देहरादून, 8 अक्टूबर, 2021: आईबीएम ने अपने कार्यान्वयन भागीदार द अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन के साथ मिलकर अपने स्टेम फॉर गर्ल्स इंडिया (एसएफजीआई) प्रोग्राम के तहत इनोवेशन प्रोजेक्ट लॉन्च किया है। इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य स्टूडेंट्स को स्टेम विषयों से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करना है। इनोवेशन प्रोजेक्ट के इस संस्करण में, आईबीएम और एआईएफ ने आज उत्तराखण्ड में 30 मेधावी स्टूडेंट्स को पीआईसीओ सैटेलाइट्स और ड्रोन्स विकसित करने का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया।
इस आयोजन का उद्घाटन समग्र शिक्षा अभियान, उत्तराखण्ड के स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर (एसपीडी) श्री बंशीधर तिवारी ने किया। इस अवसर पर आईबीएम में कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के हेड श्री मनोज बालाचंद्रन, स्टेम फॉर गर्ल्स प्रोजेक्ट् की लीड सुश्री जसबीर कौर और एआईएफ में डिजिटल इक्वलाइजर की प्रोग्राम डायरेक्टर सुश्री संयुक्ता चतुर्वेदी उपस्थित थे।
2 दिन के इस आयोजन में स्टूडेंट्स ने ड्रोन्स, सिम्युलेशन और डिजाइन सॉफ्टवेयर को असेंबल किया और उनका इस्तेमाल पीआईसीओ सैटेलाइट्स को लॉन्च करने में किया। इन सैटेलाइट्स का इस्तेमाल पृथ्वी के वातावरण के विभिन्न मापदंडों के अवलोकन में होगा, जैसे वायु की गति, यूवी किरणें, जीपीएस, दाब और तापमान। चयनित स्टूडेंट्स ने प्रशिक्षण के वर्चुअल सत्रों में भाग लिया, ताकि प्रोजेक्ट् के अंतिम चरण के लिये देहरादून पहुँचने से पहले सैटेलाइट और ड्रोन टेक्नोलॉजी को समझने में मदद मिल सके।
तीन दिन के ओरिएंटेशन प्रोग्राम में उत्तराखण्ड के 5214 स्टूडेंट्स ने भाग लिया, जिसके बाद ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लेने के लिये 135 स्टूडेंट्स का चयन हुआ। यह प्रोजेक्ट निम्नलिखित उद्देश्यों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया था:
• सैटेलाइट्स, ड्रोन्स और स्पेस टेक्नोलॉजी पर ज्ञान देना
• स्टेम विषयों और स्पेस टेक्नोलॉजी में उच्च शिक्षा के लिये आकांक्षा को बढ़ावा देना
• सैटेलाइट्स और ड्रोन्स को असेंबल करने का व्यावहारिक अनुभव देना
• स्टेम में कॅरियर पर जागरूकता निर्मित करना और आत्मविश्वास तथा समस्या सुलझाने की कुशलता विकसित करना
चयनित स्टूडेंट्स ने वर्चुअल प्रशिक्षण के 13 सत्रों में भाग लिया। वहाँ उन्होंने सैटेलाइट्स, ड्रोन्स, एवियोनिक्स (वैमानिकी), स्ट्रक्चरल मैटेरियल्स के परिचालन के बारे में जाना और पेलोड के सिलेक्शन, इलेक्ट्रॉनिक पावर सिस्टम, डिजाइनिंग और एनालिसिस सॉफ्टवेयर पर ज्ञान लिया।
इस प्रोजेक्ट के बारे में आईबीएम इंडिया प्रा. लि. में कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के हेड मनोज बालाचंद्रन ने कहा, “एसएफजीआई प्रोग्राम स्टेम विषयों पर मिथ को तोड़ने और लड़कियों को भविष्यच में स्टेम में कॅरियर चुनने के लिये प्रेरित करने में महत्वपूर्ण रहा है। फील्ड पर टीम स्टूडेंट्स और टीचर्स के साथ रेगुलर सेशंस करती है। लेकिन स्टूडेंट्स को एडवांस्ड टेक्नोलॉजी से परिचित कराने की जरूरत है। जिसमें वे भाग ले सकें, सीख सकें और ऐसे प्रोजेक्ट्स को तैयार और लॉन्च करने की अपनी योग्यता दिखा सकें, जिन्हें राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित किया जा सके और इस प्रकार नन्हे स्टूडेंट्स का आत्मविश्वास और जिज्ञासा बढ़े। हमारे प्रोग्राम का लक्ष्य यही प्रभाव लाने का है।‘’
स्टेम फॉर गर्ल्स इंडिया (एसएफजीआई) का मिशन है कई राज्यों की 2,00,000 हाई स्कू्ल गर्ल्स को 3 साल के एक प्रोग्राम के माध्यम से तैयार करना, ताकि वे ‘’न्यू कॉलर’’ कॅरियर्स को चुनें और उनमें अपनी क्षमता को समझें।
वर्चुअल और इन-पर्सन ट्रेनिंग सेशंस में स्टूडेंट्स के प्रदर्शन और भागीदारी के आधार पर, 4 स्टूडेंट्स को स्पेस ज़ोन इंडिया के आगामी रॉकेट लॉन्च प्रोजेक्ट के लिये गोल्डन पास दिया था। यह स्टूडेंट्स आगे के प्रशिक्षण और रॉकेट लॉन्च इवेंट में भाग लेने के लिये स्पेस ज़ोन इंडिया के मुख्यालय जाएंगे।