उत्तराखंड में खराब मौसम की वजह से शहीद मानवेंद्र सिंह रावत का पार्थिव शरीर उनके गांव नहीं ले जाया जा सका। हेलीकॉप्टर के उड़ान न भरने के कारण सेना के वाहन से शहीद का पार्थिव शरीर श्रीनगर के वेस अस्पताल ले जाया गया। आज शहीद शहीद मानवेंद्र सिंह रावत का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचेगा। जिसके बाद उनके पैत्रिक घात पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।
उखीमठ ब्लॉक् के कविल्ठा निवासी शहीद मानवेन्द्र रावत की ड्यूटी जम्मू बंदीपूरा बॉर्डर पर लगी थी। कल अचानक आतंकियों ने हमला कर दिया जिसके बाद भारतीय सेना ने जवाब में मोर्च संभाला। इस दौरान आतंकियों से लोहा लेते समय मानवेन्द्र को भो गोली लग गयी। और वह बुरी तरह जख्मी हो गया। जिसके बाद उसने अपनी पत्नी और माँ से भी बात की और सब अपने बारे में बताया। कुछ समय बाद ही वह वीरगति को प्राप्त हो गया।
वही घटना के बाद गाव में मातम का माहौल है और शहीद का पूरा परिवार सदमे में है। शहीद सैनिक का एक लड़का और एक लड़की है। उसका पूरा परिवार देहरादून में रहता है, आजकल छुटिया होने के कारण परिवार गांव आ रखा है। बता दें कि बीते शुक्रवार दोपहर को सेना के विशेष विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट लाया गया। उसके बाद शव को श्रीनगर के वेश अस्पताल में मोर्चरी में रखा गया, आज सुबह शव को उनके गांव के लिए रवाना किया गया। तिलवाड़ा के करीब रोड पर मलवा आने की वजह से वाहन 2 घंटे जाम में फंसा रहा दोपहर तक सैनिक के पार्थिव शरीर के गांव पहुँचने की संभावना है। ')}