हरिद्वार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को होटल यशैल सेण्टर(रेडिशन ब्लू) में ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2023 के अन्तर्गत क्षेत्रीय निवेश कान्क्लेव में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर राज्य में आर्थिक विकास, निवेश प्रोत्साहन व रोजगार के अवसर सृजित किये जाने तथा राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को निवेश हेतु आकर्षित करने के उद्देश्य से 8 व 9 दिसम्बर 2023 को देहरादून में उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2023 के आयोजन के क्रम में जनपद हरिद्वार व देहरादून को रू0 10000 करोड़ का एम.ओ.यू. हेतु लक्ष्य दिया गया था जिसके सापेक्ष जनपद हरिद्वार एवं जनपद देहरादून में 304 एम.ओ.यू. धनराशि रू0 37820.47 करोड़ के प्रस्ताव हस्ताक्षर किये गये।
जनपद हरिद्वार में 185 एम.ओ.यू. , धनराशि रू0 23682.38 करोड़ के प्रस्ताव हस्ताक्षर किये गये, जिसमें मुख्य रूप से मै० गोल्ड प्लस रूडकी (फ्लोट ग्लास) रू0 1200 करोड़, मै० अवन्ती बूफा प्रा० लि०, इण्ड एरिया रू0 1200 करोड, मै० तैजा बिल्ड टैक, इण्ड एरिया रू0 1200 करोड, मै० कैवेन्डिश इण्ड०, लक्सर रू० 700 करोड तथा मै० एकम्स फार्मा सिडकुल रू0 500 करोड इत्यादि के निवेश प्रस्ताव हस्ताक्षर हुए। इसी प्रकार जनपद देहरादून में 119 एम.ओ.यू., धनराशि रू0 14138.09 करोड़ के प्रस्ताव हस्ताक्षर किये गये, जिसमें मुख्य रूप से मै० दून इन्स्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस सहसपुर व मै० ईस्ट एफरिकन इण्डिया ओवरसीज फार्मा सिटी सैलाकुई इत्यादि के निवेश प्रस्ताव हस्ताक्षर हुए।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सभी का हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुये कहा कि आगामी 08 एवं 09 दिसम्बर को आयोजित होने वाले ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट के लिये हम तैयार हैं। पिछले चार महीने से ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट आयोजित करने के सम्बन्ध में हमने लन्दन, दुबई, अबूधाबी, चेन्नई, अहमदाबाद, मुंबई और रुद्रपुर आदि में निवेशकों से बातचीत की, जिसमें बड़ी संख्या में निवेशकों का सहयोग प्राप्त हुआ, इसमें निवेशकों ने जो उत्साह दिखाया, वह ऊर्जा पैदा करने वाला है। उन्होंने कहा कि इस समिट को सफल बनाने के लिये सभी ब्राण्ड अम्बेस्डर के रूप में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि निवेश बढ़ेगा तो रोजगार बढ़ेगा, लोगों को काम मिलेगा तथा बेरोजगारी कम होगी।
हरिद्वार में सिडकुल का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि हरिद्वार सिडकुल की स्थापना के बाद से ही लाखों लोगों को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं तथा हरिद्वार सिडकुल के मॉडल की चर्चा सभी जगह हो रही है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का जिक्र करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री के संकल्प-वर्ष 2025 तक देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन बनाने के के क्रम में हमारे राज्य ने भी अपनी जीएसडीपी को आगामी 5 वर्षों में दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसके क्रम में हमने ’’सशक्त उत्तराखण्ड मिशन’’ प्रारंभ किया है। दिसंबर में आयोजित होने वाली ’’उत्तराखण्ड ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट-2023’’ इसी मिशन का एक विशिष्ट अंग है।
उन्होंने कहा कि हमने प्रधानमंत्री से भी प्रेरणा ली, जिन्होंने गुजरात राज्य के मुख्यमंत्रित्व काल में गुजरात राज्य में ब्राईबैं्रट गुजरात की शुरूआत की थी, तब लोगों का उतना रूझान नहीं था, लेकिन आज गुजरात राज्य उद्योग के क्षेत्र में दुनिया का मॉडल बना हुआ है। उसी से प्रेरणा लेकर डेस्टिीनेशन उत्तराखण्ड शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि इस समिट के लिये अभी तक दो लाख करोड़ रूपये के करार निवेशकों के साथ हो चुके हैं तथा निवेशकों का निवेश करने का क्रम जारी है।
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के अंतिम छोर में खड़े व्यक्ति तक विकास की धारा पंहुचाने तथा पलायन को रोकना है, तो उसके लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में जब तक निवेश नहीं बढेगा तब तक रोजगार के अवसरों में वृद्धि संभव नहीं हो सकती।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सरलीकरण, समाधान, निस्तारीकरण और संतुष्टि के मूल सिद्धांत को अपनाकर राज्य में ’’ईज ऑफ डूंड्रग बिजनेस’’ के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। राज्य में लाइसेंस आदि के अनुमोदनों के लिए ’’सिंगल विंडो सिस्टम’’ की व्यवस्था में सुधार किया गया है तथा व्यवसाय की स्थापना और संचालन के लिये आवश्यक सभी स्वीकृतियों के लिए ’’वन स्टॉप शॉप’’ व्यवस्था भी प्रारम्भ की गई है तथा निवेशक मित्र की भी स्थापना की है।
श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस आयोजन हेतु हमने राज्य के लिये फोकस सेक्टरों की पहचान की है, जिनमें राज्य के पारम्परिक क्षेत्रों जैसे पर्यटन, आयुष, वेलनेस, खाद्य प्रसंस्करण, ऑटोमोबाईल्स, फार्मा के साथ-साथ वैकल्पिक ऊर्जा और सूचना एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्र सम्मिलित हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा मजबूत नीतिगत ढांचे में निवेशक हितैषी नीतियां बनाने के लिए विगत 4 माह में 27 से अधिक पॉलिसिज को या तो बनाया गया है या नवीनीकृत किया गया है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा जारी रैंकिंग में अब हम एचीवर्स की श्रेणी में शामिल हैं, साथ ही हमारे प्रदेश में रेल सड़क एवं हवाई कनेक्टीविटी में भी लगातार सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा दृढ़ विश्वास है कि निजी क्षेत्र के साथ मजबूत सम्बन्ध बनाने एवं साझेदारी स्थापित करने से ही हम राज्य में आर्थिक प्रगति एवं रोजगार के अवसरों के सृजन की दिशा में तेजी से आगे बढ़ सकते हैं। इसलिये उत्तराखण्ड में हमने उद्योगों के साथ बेहतर सम्बन्ध एवं तालमेल बढ़ाने को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी है।
मुख्यमंत्री ने 8 और 9 दिसम्बर 2023 को देहरादून में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भाग लेने हेतु सभी को आमंत्रित करते हुये कहा कि आप सभी इसमें सहभागी बनेंगे तथा मैं इस अवसर पर आप सभी को यह विश्वास दिलाता हूं कि आपको उत्तराखंड में अपने उद्योग स्थापित करने में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।’
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मौके पर हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित उदय मोबाइल ऐप का भी शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से कोई भी अपने घर का नक्शा घर बैठे इस मोबाइल ऐप के जरिये पास करा सकता है। इस मोबाइल ऐप की सफलता पर निकट भविष्य में इसे राज्य के अन्य विकास प्राधिकरणों में भी लागू किया जायेगा। इस उदय मोबाइल ऐप के माध्यम से आज 15 घरों के नक्शे पास किये गये।
हरिद्वार सांसद डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक ने हरिद्वार सिडकुल का उल्लेख करते हुये कि इसकी स्थापना से लेकर आज तक हम इसके उतार-चढ़ाव के साक्षी हैं। आज हरिद्वार सिडकुल की प्रगति सराहनीय है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 श्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुये कहा कि उन्होंने उत्तराखण्ड राज्य देने के साथ ही औद्योगिक पैकेज भी दिया। उन्होंने कहा कि आज हम अगर उद्योग के क्षेत्र में विभिन्न राज्यों का तुलनात्मक अध्ययन करते हैं, तो उत्तराखण्ड उन सभी में नम्बर-1 है। उन्होंने कहा कि यहां लगभग सभी अवस्थापना सुविधओं का निरन्तर विकास हो रहा है। साथ ही यह देवभूमि है, जहां कानून-व्यवस्था, पर्यावरण आदि की दृष्टि से उद्योगों के लिये उत्तम वातावरण है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये भगवानपुर एसोसिएशन के श्री गौतम कपूर ने कहा कि जनपद में उद्योग स्थापना का काफी अच्छा वातावरण है। उन्होंने कहा कि भगवानपुर में ड्रेनेज की समस्या काफी लम्बे समय से चली आ रही थी, जिसका निराकरण कर सरकार द्वारा कर दिया गया है। इसके लिये उन्होंने सरकार को धन्यवाद देते हुये कहा कि इससे उद्योग स्थापना का भगवानपुर क्षेत्र में एक नया मौहाल बना है तथा यह क्षेत्र नेशनल हाईवे से जुड़ा होने के कारण भी हर तरह से उद्योगों के लिये अनुकूल है।
एसएमएयू के श्री हरेन्द्र गर्ग ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि आज के इस आयोजन में हजारों करोड़ के एमओयू हस्ताक्षरित हुये हैं,जो काफी उत्साहजनक है।
इस अवसर पर कार्यक्रम स्थल के प्रांगण में एकता स्वयं सहायता समूह, मीठी गंगा, इफ्को, अक्षय ऊर्जा, स्वास्थ्य, जिला उद्योग, पंजाब नेशनल बैंक, अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स(श्री अन्न) 2023, आर्गेनिक प्रोड्यूशन फेडरेशन, सिडबी, न्यू अमृत प्रोड्यूशर कम्पनी लि0, आदि ने स्टॉलों के माध्यम से अपने-अपने उत्पाद प्रदर्शित करने के साथ ही जन-कल्याणकारी जो भी योजनायें सरकार द्वारा संचालित की जा रही हैं, उनके सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी आगन्तुकों को दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का होटल यशैल सेण्टर(रेडिशन ब्लू) पहुंचने पर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया गया। सचिव उद्योग/कमिशनर गढवाल श्री विनय शंकर पाण्डेय ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने इस मौके पर अपील करते हुये कहा कि आगामी 08 एवं 09 दिसम्बर को देहरादून के एफआईआर में इन्वेस्टर समिट हेतु जिन्होंने अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, वे रजिस्ट्रेशन अवश्य करा लें।