मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने एक बार फिर वो काम कर दिखाया जिसके लिए पहले से भी वो जाने जाते हैं। 28 जुलाई को उत्तरकाशी के तहसील पुरोला में सुनाली गावं की एक महिला का बच्चा बीमार हो गया। रात के करीब 11 बज रहे थे ऐसे में बेवस नारी को कोई सहारा नजर नहीं आ रहा था। ना तो कोई यातायात का साधन था और ना ही कोई सहारा ऐसे में महिला के पास मुख्यमंत्री का फ़ोन नंबर था। फिर क्या महिला ने सीधे मुख्यमंत्री को फ़ोन लगाया और अपनी बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में परेशानी बतायी।
महिला की परेशानी सुनते ही मुख्यमंत्री जी ने तुरंत जिले के डीएम को फ़ोन लगाकर महिला की तुरंत सहायता करने का निर्देश दिया। फिर डीएम के आदेश पर पुरोला के एसडीएम शेलेन्द्र सिंह नेगी आधा घंटे के भीतर सुनाली गाँव पहुंचे और बच्चे को तुरंत सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराया। जहां 1 घंटे के बाद बच्चे के स्वस्थ्य में सुधार होने लगा। इसके बाद श्रीमती मीरा देवी पत्नी श्री वीरेंदर कुमार ने देर रात को उनके बच्चे के लिए किये गए इस मानवीय पहल के लिए मुख्यमंत्री जी का शुक्रिया अदा किया है।
मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत कई मौकों पर मानवता की मिसाल दे चुके हैं। फ़ोन पर जनता की शिकायतें सुनकर उसका समाधान करना वाकई नयी पहल है। पिछले कुछ दिन पहले ही शिक्षकों की समस्या पर एक छात्रा का फ़ोन कॉल पर भी मुख्यमंत्री ने तुरंत एक्सन लिया था। इसके अलावा वो सड़कों पर घायलों की मदद के अलावा कई अन्य कार्यों में भी मानवता की मिसाल पेश करते देखे गयें हैं।
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