वन विभाग ने ड्रीम प्रोजेक्ट आल वेदर रोड के लिए 12 हजार पेड़ काटने की अनुमति दे दी है। इसके बदले वन विभाग को मिलने वाली जमीन पर दोगुने पौधे लगाये जायेंगे। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने परियोजना से जुड़े प्रथम चरण के कार्यों को वक्त पर पूरा किया जाने के आदेश दिए हैं।
मुख्य सचिव ने बताया कि इस परियोजना के लिए सबसे पहला कार्य जमीन का ही था। वो जमीन अब उपलब्द हो चुकी है, उन्होंने कहा कि परियोजना के कार्यों पर कड़ी नजर रखी जायेगी ताकि कार्य तेजी से हो सके। पहले चरण के कार्य के लिए केंद्र सरकार की और से धनराशी पहले ही रिलीज़ हो चुकी है।
चारधाम के लिए 12 हजार करोड़ की परियोजना ‘ऑल वेदर रोड’ केंद्र सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। उत्तराखंड में बीजेपी की जीत के बाद उत्तराखंड को कई सौगात मिली हैं। जिसमे ‘आल वेदर रोड’ सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। आल वेदर रोड बन जाने से चार धाम यात्रा साल भर की जा सकेगी, व बरसात के समय में भी यात्रा सुचारू रूप से चलती रहेगी।
इस योजना के तहत 12 हजार करोड़ की लागत से कुल नौ सौ किलोमीटर लंबी सड़क बनायी जानी है। जो यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ को आपस में जोड़ेगा। चार धाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए 13 बायपास, दो सुरंग, 25 बड़े ब्रिज और तीन फ्लाई ओवर बनाये जाएंगे।
योजना के तहत प्रस्तावित रूट में मौजूदा राजमार्ग को दस मीटर चौड़ा किया जाएगा। राजमार्ग को टू लेन सड़क में भी परिवर्तित किया जाएगा। सड़क के किनारे भूस्खलन से बचने के लिए सभी स्थानों पर ऊपर निचे से पहाड़ों को सुदृढ किया जाएगा। यात्रा मार्ग पर यात्रियों की सुविधा के लिए 18 सुविधा केन्द्र बनाए जाएंगे। ')}