2013 में उत्तराखंड केदारनाथ में आई भीषण तबाही की यादें आज भी उन लाखों लोगों के जहन में जरूर घुमती होंगी जो इस तबाही के बीच से बच निकले थे। इस आपदा इन लोगों ने अपने ही आँखों के सामने अपनों को ही खो दिया आज भी वे यादें आँखे नम कर जाती हैं। कुदरत ने अपना ऐसा महाविकराल रूप धरा कि सब जगह शवों के ढेर लग गए।
इस आपदा ने कई दर्द भरी कहानियां लिखी। जिसमे अपने हाथ पकडे पति को एक पत्नी ने खो दिया। वहीं दूसरी और अपनी पत्नी को खाना लेने गया पति लहरों से बच गया लेकिन पत्नी को खो दिया। आज हम आपको केदारनाथ आपदा में अपनी पत्नी को खोकर पाने वाले एक शख्स की कहानी बताने जा रहे हैं। इस शख्स ने प्यार की ऐसी मिसाल लिख दी कि अब उसपे फिल्म भी बन चुकी है।
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जी हां केदारनाथ आपदा में विजेंद्र सिंह राठोर नाम के शख्स का परिवार केदारनाथ में था। अचानक बाढ़ आ गई, सभी लोग आनन फानन में इधर उधर दौड़ने लगे, विजेंद्र राठोर अपनी पत्नी से थोड़ी ही दूरी पर थे, अचानक ही पानी के तेज बहाव में पता ही नहीं चला कि उनकी पत्नी कहां गई। विजेंद्र के पांच बच्चे हैं, मां को खोने की खबर से चीख पुकार मच गई। काफी ढूंडा लेकिन वो नहीं मिली, विजेंद्र पूरी तरह से टूट गया था।
अब आधिकारिक रूप से उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था, विजेंद्र अपने घर लौट आये लेकिन राठोर का दिल नहीं माना और उन्होंने अपने पत्नी को इस आस में ढूँढना शुरू किया कि वो ऐसे ही नहीं मर सकती सायद वो कहीं जिन्दा है और वो मुझे बुला रही है।
विजेंद्र अपनी पत्नी को ढूँढने के लिए उत्तराखंड पहुंचे और जगह-जगह पत्नी के बारे में जानकारी लेने की कोशिश करते रहे। इस तरह से वो महिनों महिनों भूखे प्यासे रहे जंगल-गाँव भटकते रहे। इस दौरान वो वापिस घर भी आते और फिर वापिस खोज में निकल जाते, उनके पांच बच्चों बेटी लक्ष्मी, पिंकी, पुष्पा, सीमा और बेटे सागर ने हौसला बंधाया।
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बता दें कि इस दौरान उन्हें अपना घर भी बेचना पड़ा हजारों गाँव छान मारने के पश्चात एक दिन 19 महीने की कड़ी तपस्या और खोज के बाद उनके पत्नी मिल गयी सोचिये एक इंसान जो अपने अपनी पत्नी से इतना प्यार करता हो उसके लिए वो पल कैसा रहा होगा। इस लव स्टोरी की पूरी कहानी अब आपको एक फिल्म में दिखाई देगी जो कि जल्द रिलीज होनी वाली है। दावा है कि ये कहानी आपको रुला देगी।
बता दें कि मंगलवार 3 फरवरी 2015 उत्तरकाशी जिले के एक गांव में लोगों ने उन्हें बताया कि जैसी तस्वीर उनके पास है, वैसी ही दिखने वाली एक महिला पास के गंगोली गांव में दिखी है। जब वो उस महिला से मिले तो वो उनकी ही पत्नी थी, हालाँकि वो तब मानसिक रूप से कमजोर हो गई थी इसलिए उसे अपने बारे में जानकारी नहीं थी।
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इस कहानी से बहुत जादा प्रवाहित हुए दंगल फिल्म के निर्माता सिद्धार्थ राय कपूर, इस कहानी के लिए उन्होंने इस पर फिल्म बनाने के अधिकार भी ले लिए अब फिल्म जल्दी लोगों के बीच आनी वाली है और वो इस लव स्टोरी को बड़ी पहचान दिलाने वाले हैं। खबर के मुताबित इस फिल्म का निर्देशन विनोद कापड़ी करेंगे सिद्धार्थ के अनुसार इमोशनल कर देनी वाली ये कहानी लोगो को बहुत पसंद आएगी। ')}