टिहरी गढ़वाल : ऑल वेदर परियोजना के तहत निर्माण कार्य कर रही कंस्ट्रक्शन कंपनी की लापरवाही किसी की जान पर भारी पड़ सकती है। दरअसल, ऋषिकेश गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऐसा ही मामला सामने आया है जहां पर कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा सुरक्षात्मक कार्य करने के मानकों को ठेंगे पर रखा गया है टिहरी जिले में चम्बा से 12 किमी आगे थौलधार ब्लॉक के किरग्नि गांव में ऑल वेदर रोड गुजरती हैं।
यहां पर आल वेदर रोड़ में लम्बी और बड़ी दरार आने से सड़क के नीचे आवसीय मकानों को खतरा पैदा हो गया है। कभी भी मकान के ऊपर आपदा आ सकती है। ग्रामीणों का कहना है कि आल वेदर रोड बनाते समय ठेकेदारों ने सड़कों पे पक्के पुस्तों का वादा किया गया था, लेकिन ठेकेदार ने बार-बार ग्रामीणों को टाल दिया, मकानों की सुरक्षा के बारे में तो नहीं सोचा लेकिन सड़क की सुरक्षा को भी अनदेखा कर दिया, जिससे बाद अब उनके घर खतरे की जद में आ गए। एक ही बारिश में सड़कों से पुस्ते बह गए, ऊपर की और से एक पुस्ता भी ढह गया। आसपास के मकानों को खतरा बना हुआ है।
ग्रामीण कलम सिंह कठैत के मकान को सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है। वहीं, सड़क के ऊपर के जितने भी मकान है जिनको नीचे आने में कुछ भी वक्त लग सकता है। ग्रामीणों की सबसे बड़ी नाराजगी सरकार से है उनका कहना है कि अगर काम सही से करवाने में ध्यान दिया जाता तो ऐसा मौका नही आता। लेकिन अब हमारी जो परेशानी है उसका जल्द से जल्द समाधान ढूंढा जाय, एक तरह से सरकार ने घर होते हुए भी हमें बेघर कर दिया है अब हमारी रातों की नींद भी उड़ चुकी है।
बता दें कि पहाड़ों में सड़क टूटना आम बात है लेकिन ऑल वेदर रोड के मानक जिस तरह के हैं, अगर उनको सही से इम्प्लीमेंट किया जाय तो सड़क टूटने की संभावनाएं कम हो सकती हैं जहां पर यह रोड़ टूट रही है वहाँ पर नीचे से आवासीय मकान है, ऊपर भी मकान हैं। काम ऐसा है कि वह आपने वीडियो में देख लिया होगा। ऐसे में जिला प्रशासन और राज्य सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि इस मामले में जल्द से जल्द कार्यवाही करे ताकि बड़ी आपदा को टाला जा सके।
रिपोर्ट- अंकित बड़ोनी