देहरादून : उत्तरकाशी जनपद की पर्वतारोही अनामिका बिष्ट ने यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी मांउट एल्ब्रस को फतेह कर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। उन्होंने यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रस की ऊँचाई 5642 मीटर पर भारत का तिरंगा लहराया है। तापमान -15 से -25 डिग्री पर था मौसम खराब था तेज बर्फीली हवाएं, दूर-दूर तक केवल बर्फ ढकी पहाड़ियों को पार कर अनामिका ने एलब्रस को फ़तेह किया।
उनकी इस उपलब्धि से जनपद उत्तरकाशी के गणमान्य लोगों ने उन्हें बधाई दी है। उत्तरकाशी के बरसाली गांव की अनामिका बिष्ट को बचपन से ही ट्रैकिग का शौक था। अनामिका को इसके लिए पिता अनिल सिंह बिष्ट और मां विजय लक्ष्मी बिष्ट का भी भरपूर सहयोग मिला। अपने माता-पिता के इसी आशीर्वाद को लेकर उन्होंने अपनी टीम का नेतृत्व करते हुए 24 अगस्त को भारतीय समयानुसार दोपहर एक बजे दो अन्य साथियों दिल्ली निवासी लेफ्टिनेंट रोमिल और बेंग्लुरु निवासी गायत्री के साथ सफल आरोहण किया। टीम के कुछ सदस्य बेहद खराब मौसम की वजह से आरोहण नहीं कर पाए।
बता दें कि 15 अगस्त को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ की बेटी शीतल ने इसी चोटी पर तिरंगा फहराकर देश को गौरवान्वित किया था शीतल बेहद गरीब परिवार से हैं पिता पिथौरागढ़ में लोकल टैक्सी चलाकर परिवार का पालन पोषण करते हैं। शीतल एवरेस्ट भी फ़तह कर चुकी हैं इसके अलावा शीतल कंचनजंगा और अन्नपूर्णा जैसे दुर्गम पर्वतों पर चढ़ाई कर चुकी है। वह सातों महाद्वीपों की ऊंची चोटियों पर तिरंगा फहराना चाहतीं हैं। आज बेटियों की इस सफलता पर पूरा प्रदेश गौरवान्वित महसूस कर रहा है।