पुलिस के लिए चुनौती बना बन चूका अंकित अपहरण मामला रविवार को सुलझ गया। देहरादून पुलिस को बड़ी राहत मिली तो कलेजे के टुकड़े को सामने देखकर मां बाप की आंखे भर आई।अंकित के माता-पिता अपने बच्चे को गले लगाकर रो पड़े, गत 2 जुलाई को अंकित का देहरादून अंबेडिकर बस्ती कांवली रोड से दिन दिहाड़े अपहरण कर दिया गया गया था। देहरादून पुलिस को इस मामले में बड़ी फजीयत झेलनी पड़ी थी।
एसएसपी निवेदिता कुकरेती के मुताबिक गांव गया घाट, जिला मुजफ्फरपुर, बिहार निवासी सुरेश साहनी शहर कोतवाली क्षेत्र लक्ष्मण चौक स्थित एक अंबेडिकर बस्ती में परिवार सहित रहता है। सुरेश पल्लेदारी करता है। अंकित का अपहरण सुरेश के नजदीकी लाला साहनी और उसके दोस्त राजीव साहनी ने किया था। 3 जुलाई को सुरेश की बात इस लोगों से हुई थी और उन्होने हरिद्वार में बच्चा उनके सुपुर्द करने की बात कही थी।
लेकिन वो पकडे जाने की डर से सहारनपुर पहुंचने से पहले ही ट्रेन से उतर गए अंकित को चलती हुई ट्रेन में छोड़ दिया। अंकित सहारनपुर रेलवे स्टेशन पर भटकते हुए जीआरपी के एक कांस्टेबल को मिला। कांस्टेबल ने स्थानीय पुलिस की मदद से उसे बाल संरक्षण गृह भेज दिया। लाला और राजीव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया लेकिन वो बच्चे को हरियाणा किसी को सुपुर्द करने की बात कह रहे थे उसके बाद उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर पर सहारनपुर जीआरपी थाने के कांस्टेबल मनोज कुमार की नजर पढ़ गयी क्योंकि पश्चिमी उत्तरप्रदेश की पुलिस तक भी अंकित की तस्वीर भेजी गयी थी कांस्टेबल ने बच्चे की पहचान कर ली।
उसके बाद उन्होंने देहरादून पुलिस को सुचना दी देहरादून पुलिस अंकित के माता पिता के साथ सहारनपुर पहुंचे। जहाँ अंकित को उसके माता-पिता के हवाले कर दिया गया। देहरादून पुलिस को इस मामले में दिल्ली हरियाणा से लेकर बिहार तक खोज बीन करनी पड़ी अंकित के मिलने के बाद पुलिस ने भी बड़ी राहत की सांस ली।
यह भी पढ़ें-चोट लगने के बाद श्रीनगर बेस अस्पताल पहुंचा यह बन्दर उसके बाद जो हुआ… ')}