समर सीजन चला गया है यानी घूमने का वक्त खत्म हो जाता है, लेकिन अगर आप ठंड में भी कहीं घूमने जाना चाहते हैं तो उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली आईये। यहां की सुन्दरता दुनिया में चर्चे बटौर रही है, शीतकाल शुरू होते ही यहां भीड़ बढ़ने लगी है। जबकि आपने सुना होगा कि गर्मियों में लोग ऐसे स्थानों पर प्राकृतिक सुन्दरता का आनन्द लेने पहुंचते हैं। लेकिन यह एक ऐसी जगह है जहां पूरे साल आप कभी भी जा सकते हैं। खासकर शर्दियों में बर्फ़बारी का आनंद लेना है तो फिर इससे बढ़िया डेस्टिनेशन स्विटजरलैंड में भी नहीं है।
अगर आप भी समर सीजन की बात करें तो आपके लिए औली बेस्ट डेस्टिनेशन हो सकता है। गर्मी के दिनों में औली पर्यटकों को बहुत ही पसंद आता है। यहां का ठंडा मौसम और प्राकृतिक वातावरण मन को सुकून देता है। औली उत्तराखंड के चमोली जिले में 5-7 किलोमीटर में फैला छोटा सा स्की-रिसोर्ट है। इस रिसोर्ट को 9,500-10,500 फीट की ऊँचाई पर बनाया गया है। यहाँ बर्फ से ढकी चोटियाँ बहुत ही सुन्दर दिखाई देती हैं। इनकी ऊँचाई लगभग 23,000 फीट है।
सूर्य की किरणें जब यहां की पर्वतों की श्रंखला पर पड़ती हैं तो उसकी चमक देखते ही बनती है। बर्फ से खेलने का आनंद कुछ और ही है। यहां पर मीलों तक जमी बर्फ का आनन्द लेने के लिऐ दूर-दूर भारत से ही नही विदेशों से भी पर्यटक आते हैं।
औली में कहां-कहां घूम सकते हैं-
औली से 12 किलोमीटर की दूरी पर जोशी मठ स्थित है। इस जगह पर मठ, मंदिर और स्मारक हैं। इसके अलावा आप यहां के पर्वतो की सैर भी कर सकते हैं। जोशी मठ को बद्रीनाथ और फूलों की घाटी का प्रवेश द्वार माना जाता है। जोशी मठ से औली रोपवे की दूरी 4 किलोमीटर है।
यहां आकर आप छत्रा कुंड, क्वारी बुग्याल, सेलधार तपोवन, गुरसौं बुग्याल, चिनाब झील, वंशीनारायण कल्पेश्वर आदि जगहें देख सकते हैं। ट्रैकिंग करने वालों के लिए क्वारी बुग्याल एक आदर्श स्थल है। यहा दूर-दूर तक विस्तृत ढलानो की खूबसूरती देखते ही बनती है। सेलधार तपोवन में गर्म पानी के झरने और फव्वारे देखने योग्य हैं।
औली आने का सही समय:-
वेसे तो औली कभी भी आ सकते हैं लेकिन अप्रैल से अगस्त का समय बेहद ही खास रहता है। यहां पर उस समय आपको कड़ाके की ठण्ड का अनुभव मिलेगा। वैसे औली आने का नवंबर दिसंबर भी सही समय है इस वक्त यहां लोग बर्फ़बारी का आनंद लेने बड़ी संख्या में आते हैं।
भोजन ओर रहना :-
औली में पर्यटकों के लिऐ विशेष सुवधांऐं यहां अच्छे रेन्ट पर होटल मिल जाते हैं ओर भोजन मे शुद्ध शाकाहारी भोजन मिलता है। औली में ठहरने के स्थान के लिए यहां गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा फाइबर हट्स भी बनाई गई हैं। जहां रहने के अलावा खाने-पीने की भी व्यवस्था भी है। यदि आप यहां पर शराब या नशे का शौक करना चाहता हैं तो आपको यहां दिक्कत आ सकती है। यहां पर स्वच्छ वातावरण मे आप मनमोहित हो जाओगे।
औली कैसे पहुंचे?:-
दिल्ली से मात्र 16 घण्टे मे आप बस सेवा से यहां पहुंच सकते हैं। आपको सबसे पहले जोशीमठ पहुंचना होगा ओर फिर जोशीमठ से औली के लिऐ टेक्सी सेवा हर वक्त उप्लब्द रहती है। औली देहरादून जोलीग्रान्ट ऐयरपोर्ट से लगभग 300 किमी की दुरी पर पड़ता है। यहां जाने के लिऐ सडक मार्ग सबसे उचित मार्ग है। यदि आप रेल से यहां पहुंचना चाहते हैं तो श्रषिकेश सबसे निकटतम स्टेशन है यहां से ओली मात्र 235 किमी पर है यहां से आप टेक्सी ओर बस दोंनो से यात्रा कर सकते हैं।
औली आने पर हर व्यक्ति यहां पर बर्फ मे स्केटिंग ओर खंडोला की शैर का आनन्द लेता है बर्फिली चोटियां मन मोह लेती हैं। ऐक बार औली जाने का प्लान जरूर बनाईए। ')}
औली की खूबसूरत तस्वीरें देख भूल जाएंगे स्विटजरलैंड, पर्यटकों को खूब भा रही है यहां की हवा
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