इस बार चारधाम यात्रा को लेकर श्रधालुओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है चारों धामों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शनों के लिए पंहुच रहे हैं। पहले ही दिन 38 हजार से जादा श्रधालुओं ने भगवान बदरीनाथ के दर्शन किये। वहीं केदारनाथ में पिछले दो दिनों में 50 हजार से जादा श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुँच चुके हैं। पहले दिन 15000 यात्री केदारनाथ पहुंचे थे वहीं दुसरे दिन यह आंकड़ा 50000 के पार हो गया, धाम में दुसरे दिन 35000 से जादा यात्री दर्शनों के लिए पहुंचे, जिसमे स्थानीय लोगों की संख्या जादा रही।
केदारनाथ धाम में यात्रियों को पैर रखने के लिए जगह नहीं मिल रही है, दिनभर श्रद्धालु लाइन में खड़े होकर अपने बारी का इंतजार कर रहे हैं, शासन प्रशासन की यात्रा को लेकर कड़ी नजर है। जादा संख्या में आये यात्रियों को सोनप्रयाग, गुप्तकाशी गोरीकुंड में ही दिया जा रहा है। ताकि आगे चलकर उन्हें दिक्कातों का सामना ना करना पड़े। गंगोत्री में रविवार तक कुल 7357 श्रद्धालु और यमनोत्री में कुल 3655 श्रद्धालु दर्शन को पहुंचे। हालाँकि इन दोनों धामों में स्थानीय यात्रियों का लेखा जोखा नहीं है।
कल यानी 2 मई को भगवान तुंगनाथ के कपाट भी खुलने जा रहे हैं, रुद्रप्रयाग जिले में 3,680 मीटर की ऊँचाई 1000 साल पुराना पांडवों द्वारा निर्मित यह मंदिर अपने आप में आलोकिक है बड़ी मात्रा से श्रद्धालु भगवान तुंगनाथ के दर्शनों के लिए आते हैं। आपको बता दें कि भगवान तुंगनाथ की डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल मार्कण्डेय तीर्थ मक्कूमठ से तुंगनाथ धाम के लिये रवाना हो गई। डोली 2 मई को सुबह तुंगनाथ पहुंचेगी। वैदिक मंत्रोच्चार के बाद अगले 6 माह के लिए भगवान तुंगनाथ के कपाट श्रधालुओं के लिए खोल दिए जायेंगे। ')}