पिथोरागढ़ धारचूला से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात मूसलाधार बारिश से कैलाश यात्रा मार्ग पर नजंग के समीप चट्टानें दरक गईं और पहाड़ी से भारी मात्रा में गिरे मलबे में दबने से चार खच्चरों की मौत हो गई, जबकि आधा दर्जन खच्चर गंभीर रूप से घायल हो गए। मलबे से एक ढाबा ध्वस्त हो गया।
शुक्रवार रात और शनिवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश से धारचूला-रांथी और डीडीहाट-दूनाकोट सड़क मलबे से पट गईं। बारिश से रामगंगा, काली, गोरी सहित अन्य नदियां उफान पर हैं मौसम विभाग में भारी बारिश की चेतावनी दी है और कहा जल्द ही धूल और गर्मी से लोगों को राहत मिलेगी। नैनीताल में शनिवार सुबह मूसलाधार बारिश के दौरान नैना देवी मंदिर परिसर के पास पॉपुलर का पेड़ गिर गया। जिसके बाद यातायात बाधित रहा।
वहीं सुबह से ही बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब में भी बारिश शुरू हो गई है। यमुनोत्री और गंगोत्री में भी बारिश है। इसके चलते यात्रियों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। यात्रा मार्गों पर जाने के लिए भी यात्रियों को सचेत किया जा रहा है।
उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने अगले 24 घंटों में नैनीताल और पिथौरागढ़ जिले में भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके अलावा देहरादून पौड़ी और टिहरी में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, मौसम विज्ञानियों ने 24 घंटे बाद धूल के गुबार से निजात मिलने की उम्मीद जताई है। ')}