शुक्रवार साम करीब साढ़े चार बजे घनसाली से बुड़ाकेदार जा रही बस खराब सड़क के कारण दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल बाल बच गयी। घनसाली से बूढाकेदार जा रही बस संख्या यूके 12 पीबी-3008 सिल्यारा गांव के निकट सडक से बाहर चले गयी। इस दुर्घटना में गाडी का एक जगह पर थम जाना किसी चमत्कार से कम नहीं था यदि बस ड्राईवर थोड़ी सी भी गाडी को आगे या पीछे करता तो बस निश्चित रूप से दुर्घटना का शिकार हो जाती, लेकिन उत्तराखंड में भूमि देवताओं की कृपा हमेश ही रहती है।
गाडी के आगे के टायर सडक से बाहर निकल गए ड्राईवर ने पॉवर ब्रैक लगाया तो सभी सवारियों को जोरदार झटका लगा जिसके बाद चीख पुखर मच गयी। गनीमत रही कि जहां ब्रेक लगाया वहीं रुक गयी, गाडी से सभी सवारियों को एक एक करके बाहर निकाला गया, उसके बाद सभी लोग अपने अपने गाँव और घर को निकल गए।
बताया जा रहा है कि सडक में पहाड़ से मलवा और पत्थर आ रखे थे, जिससे ड्राईवर ने गाडी को नीचे खाई की और से बने पुश्ते के ऊपर ले लिया लिकिन तभी पुश्ता ही खिसक गया और टायर नीचे धंस गया। ड्राईवर ने समजदारी से ब्रेक लगा दिए यदि थोड़ी भी चूक होती तो बस नीचे खाई में जा गिरती। बस में 40 लोग सवार थे, सभी यात्री सुरक्षित हैं। पुलिस प्रशासन के लोगों ने जेसीबी मशीन से गाडी को देर साम बाहर निकाला।
एक-दिन पहले ही गंगोत्री से केदारनाथ जा रहे 43 यात्रिओं की जान भी इसी तरह अटक गयी थी। हालाँकि उस दुर्घटना में सवारियों के उत्तरते ही बस खाई की और लुटक गयी थी। गाडी में सवार सभी यात्री सुरक्षित केदारनाथ यात्रा पर निकल पड़े। जय बद्री केदार की।। ')}