ऐसा आपने बहुत कम सुना होगा कि एक धर्म का अनुयायी दुसरे धर्म के अनुयायी को इतनी तबजू देता हो। उत्तराखंड के चमोली में सिख समुदाय के लोगों ने ऐसी मिसाल पेश करी कि पुरे देश में इस पहल की जोरदार तारीफ की जा रही है। उत्तराखंड के चमोली जनपद स्थित जोशीमठ में हर साल गांधी मैदान में नवाज पढ़ी जाती थी, लेकिन बहुत जादा बारिश होने के कारण मैदान के हाल ही बिगड़ गए। लगभग 600 लोग नमाज अता करने के लिए गांधी मैदान की तरफ आ रहे थे। लेकिन तेज बारिश के चलते मैदान की हालत ही खराब हो गयी थी।
वेसे कई जगह सड़कों पर नमाज पढ़ी जाती है, लेकिन सडक की हाल भी बारिश से बेहाल थे। ऐसे में गुरूद्वारा प्रबंधन कमेटी ने ईद की नमाज के लिए गुरूद्वारा में जगह दी। नवाज सुबह को 9 बजे से साढ़े 9 बजे तक पढ़ी गयी। इस दौराम कुर्बानी की पवित्रता के बारे में भी बताया गया यहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद-उल-अजहा की नमाज पढ़ी। सभी ने देश की एकता और तरक्की की दुआ मांगी।
आपको गुरूद्वारा प्रबंधन कमेटी ने भी गुरूद्वारा मे नमाज अदा करने के लिए जो मित्रता और भाईचारे का सन्देश देश और दुनिया को दिया है, उससे उत्तराखंड की मर्यादा और संस्कृति को एक नयी पहचान मिली है। ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है, इसे मानवता की मिसाल भी कह सकते हैं।
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गुरूद्वारे में नमाज अदा करने के दौरान हिन्दू, सिक्ख सहित अन्य सम्प्रदाय के लोग मौजूद थे। यहाँ एक दुसरे ने आपस में गले लगाकर एक दुसरे को बधाई दी और मिठाइयाँ खिलाई देश और दुनिया में यह सन्देश जाने के बाद इस पहल की खूब तरीफ हो रही है।
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