इस वर्ष चारधाम यात्रा में पिछले सारे रिकार्ड तोड़ कर कुल 27,81,340 श्रद्धालुओं ने अलग-अलग धामों के दर्शन किये। 18 अपै्रल से गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ यात्रा का आरम्भ हुआ और 20 नवम्बर को बद्रीनाथ के कपाट बंद होने के साथ यात्रा का समापन हुआ।
बद्रीविशाल के दर पर आये सबसे अधिक श्रद्धालु-
इस वर्श सबसे अधिक 10,48,051 श्रद्धालुओं ने बद्रीनाथ के दर्शन किए जबकि 2013 की भयावह आपदा के बाद केदारनाथ पहुंचे कुल 7,31,991 श्रद्धालुओं ने पिछला रिकार्ड तोड़कर नया रिर्काड स्थापित किया। 3,94,445 श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री तथा 4,47,840 श्रद्धालुओं ने गंगोत्री धाम के दर्शन किये। इस वर्ष 13,070 विदेषी यात्रियों ने चारधाम के दर्शन किये।
हेमकुण्ड साहिब दर्शन करने वालो में भी हुआ इजाफा-
हेमकुंड साहिब के दर्शन इस वर्ष 25 मई से 10 अक्टूबर के बीच हुए जहां कुल 1,59,103 श्रद्धालुओं ने दर्शन किये। चारधाम यात्रा का संचालन उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद् के चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम से किया गया। चारधाम यात्रा में पिछले वर्शों की तुलना में इस वर्श श्रद्धालुओं की तादात में बड़ा इजाफा देखने को मिला है।
पर्यटन मंत्री ने जताई ख़ुशी-
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए सरकार ने यात्रा मांर्गो और यात्रियों की सुविधा के लिए सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद थी जिससे कि देश विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को अच्छी सुविधायें उपलब्ध करायी जा सके, इसके परिणाम स्वरूप इस वर्ष रिकार्ड श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर पहुंचे। उन्होने केदारनाथ में किए जा रहे विकास कार्यों में व्यक्तिगत रूचि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष आभार प्रकट किया।
उन्होने कहा कि श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने से जहां एक ओर स्थानीय लोंगों को रोजगार मिला और दूसरी ओर स्थानीय लोक संस्कृति को भी बढावा मिलता है। सचिव पर्यटन श्री दिलीप जावलकर ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा चारधाम में अनेकों नवीन व्यवस्थाओं को विकसित करने के लिए विविध कार्य किये जा रहे हैं जिससे कि यात्रियों को और अधिक सुविधा उपलब्ध करवाई जा सके।
उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग पर आॅल वेदर रोड़ का निर्माण हो जाने से पर्वतीय क्षेत्र की यात्रा को और अधिक सुगम बनाया जा सकेगा। उन्होने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में और अधिक श्रद्धालुओं को नवीन यात्रा सुविधाएं मुहया कराई जा सकेंगी।
ज्ञातव्य है कि पर्यटन मुख्यालय में अवस्थित चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम में टाॅल फ्री नम्बर के साथ-साथ हेल्प लाईन नम्बरों से श्रद्धालुओं जरूरी सहायता तथा जानकारी दी जाती है। चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम के माध्यम से यात्रा काल में प्रातः 7 बजे से रात्रि 9 बजे के बीच अबाध रूप से यात्रियों को यात्रा मार्गों, मौसम कीजानकारी के साथ-साथ अन्य जानकारियां उपलब्ध करवायी जाती है। तात्कालिक परिस्थिति में सुरक्षा के लिहाज से श्रद्धालुओं को जरूरी सलाह दी जाती है। ')}