युवा लोक गायक पप्पू कार्की का थल में रामगंगा नदी के तट पर अंतिम संस्कार किया गया। कार्की के दुनिया को अलविदा कहने के शोक में पाखू और थल बाजार को बंद रखा गया।
लोक गायक पप्पू कार्की को उनके चचेरे भाई और चाचा ने मुखग्नि दी। इससे पहले जब पप्पू कार्की का शव उनके गांव सेलावन पहुंचा तो हर किसी की आंखें नम हो उठी थी।
इस युवा लोकगायक की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। हैड़ाखान के पास कार अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। हादसे में युवा लोक गायक पप्पू कार्की समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को कृष्णा अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दरअसल, गोनियरो गांव में चल रही रामलीला में युवा महोत्सव मनाया गया। इसमें प्रस्तुति देने के लिएपिथौरागढ़ जिले के थल में रहने वाले युवा लोक गायक प्रमेन्द्र कार्की उर्फ पप्पू कार्की अपनी टीम के साथ गए थे। सुबह करीब तीन बजे तक युवाओं ने महोत्सव का लुत्फ उठाया। इसके तुरंत बाद पप्पू कार्की अपने साथियों के साथ हल्द्वानी के लिए रवाना हो गए। इसी दौरान उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई और लोकगायक पप्पू कार्की समेत तीन लोगों की मौत हो गई। ')}