सरकार ने पूर्वी कमान के प्रमुख रहे लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (रिटायर्ड) को देश का नया चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (CDS) नियुक्त किया है। वह मूल रूप से वह मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी जनपद के ग्राम गवाणा, पट्टी चलनस्यू ब्लॉक खिर्सू के रहने वाले हैं। अनिल चौहान नैशनल सिक्यॉरिटी काउंसिल सेक्रेटेरिएट में मिलिट्री एडवाइजर के रूप में तैनात थे।
इन्होंने सेना में 40 वर्षों तक सेवा दी है जनरल बिपिन रावत की मौत के बाद सेना का यह अहम पद खाली पड़ा हुआ था। अनिल चौहान की नियुक्त के बाद उत्तराखंड के लोगों में खुशी का माहौल है, क्योंकि वह इसी पहाड़ी राज्य से ताल्लुक रखते हैं। वह राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के रहने वाले हैं। बता दें कि देश के पहले CDS बिपिन रावत भी उत्तराखंड के रहने वाले थे। ऐसे में उत्तराखंड का हर व्यक्ति आज खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। ले. जनरल (रि) अनिल चौहान की गोरखा राइफल से सेना में एंट्री हुई थी। वह पीओके में बालाकोट स्ट्राइक की प्लानिंग में भी शामिल थे और पिछले साल ही रिटायर हुए हैं। अपने करियर में लेफ्टिनेंट जनरल (रि) अनिल चौहान ने कई कमांड, स्टाफ और सहायक नियुक्तियां की हैं। जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व भारत में आतंकवाद विरोधी अभियानों में उन्हें व्यापक अनुभव है।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान की नियुक्ति पर खुशी जाहिर करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी हैं उत्तराखंड के सपूत लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (से.नि.) जी को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) नियुक्त किए जाने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।हमें पूर्ण विश्वास है कि आपके कुशल नेतृत्व में भारतीय सेना सदैव की भांति राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित करेगी।
आठ दिसंबर 2021 को तमिलनाडु में खराब मौसम के चलते वायु सेना का एमआई-17 हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया था। इस हेलिकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत कुल 14 लोग सवार थे। नीलगिरि और तमिलनाडु के बीच कुन्नूर के जंगल में हुई इस दुर्घटना में हेलिकॉप्टर में सवार सभी लोगों की जान चली गई थी।