बाहरी राज्यों में फंसे उत्तराखंड के लोगों की वापसी का दौर जारी है। अब तक करीब एक लाख तीस हजार लोगों को उत्तराखंड लाया जा चूका है। चिंताजनक बात यह कि पिछले दो तीन दिनों में कोरोना के मामलों में भारी इजाफा हुआ है। प्रदेश में कोरोना का डबलिंग रेट भी 45 दिन से घटकर सिर्फ 10 दिन रह गया है। बुधवार को उत्तराखंड में रिकॉर्ड 19 मामले दर्ज किये गए जिसमे 11 लोग प्रवासी और अन्य सभी लोग प्रवासियों के संपर्क में आए उनके परिजन थे।
प्रदेश में बढ़ा सैंपल टेस्टिंग पर दबाव-
उत्तराखंड में प्रवासियों की वापसी जारी है। इसके साथ ही सरकार ने सैंपल जांच की रफ्तार में इजाफा किया है। एक दिन में 600 से 700 सैंपल की जांच हो रही है जबकि उत्तराखंड में इन लैब में एक दिन की जांच क्षमता 300 से 400 सैंपल की है। बुधवार को 1538 सैंपलों की रिपोर्ट आनी बाकी थी, लैबों पर बढ़ रहे इस दबाव से रिपोर्ट आने में देरी हो रही है। आने वाले दिनों में टेस्टिंग की क्षमता और अधिक बढ़ाई जाएगी लेकिन इसमें अगर देरी होती है तो कोरोना के संक्रमण को काबू करना मुश्किल काम हो जाएगा। बीते एक सप्ताह में दून, हल्द्वानी, एम्स ऋषिकेश, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज और प्राइवेट प्रयोगशालाओं में 3,631 सैंपल जांच के लिए भेजे गए। इसमें 52 लोग संक्रमित मिले हैं।
प्रदेश में 131 हुए कोरोना के मामले-
उत्तराखंड में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 131 पहुँच गई है, बुधवार को टिहरी में कोरोना के 6 पॉजिटिव मामलों समेत प्रदेश में कुल 19 लोग संक्रमित पाए गए। यू.एस.नगर जिले में चार लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। वहीं, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल और अल्मोड़ा में भी कोरोना के मामले सामने आये हैं।