राष्ट्रीय बालिका दिवस के दिन उत्तराखंड की बेटियों ने इतिहास रच दिया। सीनियर महिला वनडे ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले में उत्तराखंड ने महाराष्ट्र को आठ रन से हराकर पहली बार वनडे ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाई है।
आज बड़ोदरा में खेले गए मुकाबले में महाराष्ट्र ने टॉस जीतकर उत्तराखंड को बेटिंग के लिए आमंत्रित किया। उत्तराखंड ने 50 ओवर में सात विकेट खोकर 201 रनों का स्कोर खड़ा किया। पूनम राउत ने शानदार 51 रनों की पारी खेली। राघवी ने 16 रन, सारिका ने 13 रन बनाये। कंचन परिहार ने टीम को बीच के ओवर में फिर सहारा दिया और वह 60 रनों की शानदार पारी खेलकर आउट हुई। इसके बाद कप्तान एकता बिष्ट के 25 रन, मानसी जोशी के 11 रन और अंजलि कठैत के 12 रनों की मदद से उत्तराखंड सम्मानजनक स्कोर तक पहुंची।
जवाब में महाराष्ट्र के शुरुआत से ही विकेट गिरने शुरू हो गए। मानसी ने अपने पहले स्पेल में दो विकेट लेकर उन्हें बैकफुट पर धकेल दिया और फिर आखिरी स्पेल में तीन विकेट लेकर उत्तराखंड को रोमांचक जीत दिलाई। बीच के ओवर में सफीना, अंजलि और एकता बिष्ट ने महाराष्ट्र टीम की रनगति पर अंकुश लगाया।
सफीना ने 10 ओवर में 39 रन देकर तीन विकेट निकाले, अंजलि कठैत 9 ओवर में सिर्फ 20 रन दिए, एक विकेट लिया, एकता बिष्ट ने खिफायती गेंदबाजी की 10 ओवर में सिर्फ 31 रन दिए। महाराष्ट्र की बल्लेबाज तेजस ने एक छोर पर डटकर खेला और 105 रनों की शतकीय पारी खेली लेकिन वह अपनी टीम को जीत की दहलीज पार नहीं करा पाई।
आखिरी ओवर में महाराष्ट्र को 13 रनों की दरकार थी लेकिन आखिरी ओवर की पांचवीं गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में तेजस ने अपना विकेट खोया। महाराष्ट्र 193 रनों पर ढेर हुई। इस तरह उत्तराखंड को रोमांचक मुकाबले में 8 रनों से जीत मिली। मैच में पांच विकेट लेने वाली मानसी जोशी को मैन ऑफ दी मैच चुना गया।
बता दें कि पिछले साल उत्तराखंड की टीम वनडे ट्रॉफी के सेमीफाइनल में हार गई थी लेकिन इस साल वह फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही। इस साल उत्तराखंड की सीनियर महिला टीम टी-20 ट्रॉफी के फाइनल में भी पहुंची थी लेकिन ट्रॉफी हाथ नहीं लगी थी लेकिन अब वनडे ट्रॉफी में टीम के पास बीसीसीआई की ट्रॉफी उठाने का एक और मौका है।