देवप्रयाग विधायक श्री विनोद कंडारी ने कोरोना वायरस (COVID-19) से बचाव हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष में सहायता राशि के रूप में एक माह का वेतन दिया है। उत्तराखंड बीज प्रमाणीकरण संस्था देहरादून, द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में ₹51 लाख की धनराशि दी गई है। पूर्व अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी अरुण कुमार सूद ने भी ₹11 हजार की धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोष में दी है।
इससे पहले जनजाति कल्याण निदेशालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया जाएगा। नुनावाला निवासी यशवंत सिंह रावत ने ₹2 लाख का चेक एवं मुख्यमंत्री के ओ.एस.डी गोपाल सिंह रावत ने 21 हजार का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु दिया। प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ उत्तराखंड द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में सहायता राशि जमा की जाएगी।
मंगलवार को भी कई लोग सहायता हेतु आगे आये, द इंडियन एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु दो लाख का चेक दिया गया, डीजी स्वास्थ्य डॉ अमिता उप्रेती ने 50,000 रुपए का चेक एवं उनके पति डॉ ललित मोहन उप्रेती ने भी 50,000 रुपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिया दिया। मुख्यमंत्री के ओएसडी जे.सी खुल्बे ने 5,000 रुपए का चेक, वरिष्ठ प्रमुख निजी सचिव श्री के.के मदान ने 11,000 रुपए का चेक एवं वरिष्ठ निजी सचिव श्री हेमचंद्र भट्ट ने 5,100 रुपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष में दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने खुद अपने 5 माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का निर्णय लिया है। उनकी पत्नी श्रीमती सुनीता रावत ने कोरोना वायरस के दृष्टिगत 1 लाख रुपए का चेक, मुख्यमंत्री की बेटी कृति रावत ने 50,000 एवं सृजा ने 2000 रुपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दिए हैं।
डॉ रमेश पोखरियाल ने 5 करोड़, और राजयसभा सांसद अनिल बलूनी ने 1 करोड़ रूपये की मदद की घोषणा की, हंस फाउंडेशन कई तरह से अपने सहयोग में राज्य सरकार के साथ कंधे से कन्धा मिलकर चल रही। चमोली की डीएम सहित प्रदेश के कई आईएएस अधिकारी भी मदद के लिए आगे आए हैं।
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