हरिद्वार डीएम दीपक रावत ने “सुपर डीएम” को बच्चों से रैली कराकर भूखे पेट घर भेजने पर फटकार लगाई! और उनके सरकार वाहन को भी जब्त कर लिया है। फिलहाल उन्हें सरकारी कार्य पैदल चलकर करने होंगे।
हरिद्वार में सुपर डीएम के नाम से जाने जाने वाले नरेश चौधरी भले ही ऋषिकुल आयुर्वेदिक कालेज में कार्यरत्त हो लेकिन हरिद्वार में कोई भी डीएम हो वे उनके चहते होते थे। लेकिन डीएम दीपक रावत बच्चों के मामले में इस तरह की लापरवाही को बिलकुल भी बर्दास्त नहीं कर सकते।
नरेश चौधरी “सुपर डीएम” के नाम जाना जाते हैं, क्योंकि वो कई बार डीएम की गैरमौजूदगी में शहर के कई कार्यों को बखूबी अंजाम देते हैं। दीपक रावत ने नरेश चौधरी पर नकेल कस कर उन्हे रूबैला की जागरूकता रैली में स्कूली बच्चों को चार घंटे तक सडकों पर घुमाने के उपरांत भूखे पेट वापिस घर भेजने की सजा दी।
जानकारी के अनुसार ऋषिकुल आयुर्वेदिक कालेज के डॉ नरेश चौधरी पर जिलाधिकारी की गाज गिरी है। हरिद्वार डीएम दीपक रावत ने नरेश चौधरी को कडी फटकार लगाते हुए उनके सरकारी वाहन को रोशनाबाद मुख्यालय में खडा करा लिया है।
इसके अलावा उनको अपने कॉलेज में ही रहकर सम्बंधित कार्य करने तथा बिना लिखित आदेश के किसीं भी सरकारी कार्यक्रम में प्रतिभाग ना करने का सख्त आदेश दिये हैं।
साथ ही बच्चों के साथ की गयी लापरवाही के लिये उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा है। जिलाधिकारी ने नरेश चौधरी के अलावा स्वास्थ्य विभाग और सूचना विभाग के अधिकारियों से भी स्पष्टीकरण मांगा है। ')}