देहरादून रेलवे स्टेशन के विस्तारीकरण के बाद अब इसे मॉडल रेलवे स्टेशन बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। करीब 1500 करोड़ रुपये की लागत से दून रेलवे स्टेशन का कायाकल्प किया जाएगा, इसके लिए 205 करोड़ रुपये जारी हो चुके हैं। इस कार्य जिम्मेदारी रेलवे ने खुद उठाई है, इसके तहत नए एंट्री गेट, नए भवन, ओवरब्रिज और पार्किंग समेत तमाम यात्री सुविधाएं जुटाई जाएंगी। बता दें कि 2019-20 में देहरादून स्टेशन का आधुनिकीकरण किया गया था लेकिन स्टेशन को तब भव्य रूप नहीं मिल पाया था। ज्यादा यात्रा सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हो सकी थी इसके बाद सरकार यहां यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास में जुटी है अब इस कार्य में तेजी आने की संभावना है क्योंकि इसके लिए अब बजट भी मिल चूका है।
उर्दू के साइन बोर्ड हटाने रेलवे बोर्ड को दिया जायेगा सुझाव –
दरअसल पिछले दिनों रेलवे बोर्ड की यात्री सुविधा समिति (पीएसी) ने दून रेलवे स्टेशन पर जरूरी सुविधाओं को लेकर कुछ खामियां पाई थी। साथ ही समिति के सदस्यों द्वारा रेलवे स्टेशन पर लगे साइन बोर्ड पर उर्दू लिखे नाम को लेकर भी आपत्ति दर्ज की गई। रेलवे की यात्री सुविधा समिति उर्दू में नाम हटाने के लिए रेलवे बोर्ड को सुझाव देगी। साथ ही, संस्कृत भाषा में साइन बोर्ड लगाने का सुझाव रखा जायेगा। यात्री सुविधा समिति के सदस्य अभिजीत दास ने कहा कि इसे हटाने की जरूरत है उत्तराखंड हिंदी भाषी प्रदेश है और उत्तराखंड की द्वितीय भाषा संस्कृत है अंग्रेजी अंतरराष्ट्रीय भाषा है, लेकिन यह राज्य उर्दू भाषी नहीं है, इसलिए यहां से उर्दू के साइन बोर्ड हटने चाहिए।