कश्मीर में उत्तराखंड का एक जांबाज फौजी देश के लिए शहीद हो गया, उत्तराखंड के रहने वाले सूबेदार यमुना प्रसाद पेट्रोलिंग के दौरान खाई में गिरे अपने साथी की जान बचाने के दौरान वीरगति को प्राप्त हो गए।
ओखलकांडा ब्लाक के पदमपुर मीडार निवासी और वर्तमान में हल्द्वानी के गोरापड़ाव निवासी युमना प्रसाद पनेरू वर्फ से ढकी चोटियों पर अपनी टीम को रेस्क्यू कर रहे थे। इसी दौरान हादसा हुआ वह खाई में गिर गए और शहीद हो गए।
उनके शहीद होने की खबर से घर में कोहराम मच गया, सूबेदार यमुना प्रसाद के घर पर लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है वो अपने पीछे 5 साल की बेटी और 7 साल का बेटा छोड़ गए।
वर्तमान में यमुना प्रसाद का परिवार हल्द्वानी के पास अर्जुनपुर गांव में रहता है, सिक्स कुमाऊं रेजीमेंट में सूबेदार के पद पर रहे यमुना प्रसाद पनेरु ने 2012 में एवरेस्ट फतह करते हुए तिरंगा लहराया था, सुबेदार के शहीद होने से न सिर्फ उत्तराखंड में बल्कि उनकी कुमाऊं रेजिमेंट में भी शोक की लहर है।