देश के विभिन्न राज्यों में फंसे उत्तराखंड के प्रवासियों को वापस लाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। रेलवे भी इन प्रवासियों के लिए विशेष श्रमिक ट्रैन चला रही है। कल रात हैदराबाद से स्पेशल श्रमिक ट्रैन 1600 प्रवासियों को लेकर हरिद्वार के रवाना हो गई। वहीं, आज गोवा से विशेष ट्रैन मंडगांव स्टेशन से साम को निकलेगी। कल यह विशेष ट्रैन हरिद्वार पहुंचेगी। काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर भी अहमदाबाद से एक ट्रैन पहुंचेगी।
दिल्ली से लाये गए सबसे ज्यादा प्रवासी-
अहमदाबाद, सूरत, पुणे, हैदराबाद, दिल्ली, गोवा, चेन्नई आदि शहरों से प्रवासियों को लाया जा रहा है। हर दिन नजदीकी राज्यों से हजारों की संख्या में बसों से लोगों को लाया जा रहा है। सबसे ज्यादा दिल्ली से 29662 लोगों को उत्तराखंड लाया गया है उसके बाद हरियाणा से 17068, उत्तरप्रदेश से 15530, चंडीगढ़ से 7807, पंजाब से 4595, राजस्थान से 3787, महराष्ट्र से 3782, गुजरात से 3527, कर्नाटका से 2443, अन्य राज्यों से 1228 लोगों को उत्तराखंड लाया गया है।
अभी भी फंसे हैं डेढ़ लाख प्रवासी-
रजिट्रेशन किये गए आंकड़ों के हिसाब से जोड़ें तो करीब 2 लाख 20 हजार लोगों ने उत्तराखंड आने के लिए रजिस्ट्रेशन किया है। सरकार द्वारा कुल 90 हजार लोगों को ही उत्तराखंड लाया गया है। इस हिसाब से अभी भी करीब 1 लाख तीस हजार लोगों को उत्तराखंड लाया जाना है जबकि रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया अभी भी गतिमान है।
मुंबई महाराष्ट्र में फंसे प्रवासी सबसे ज्यादा परेशान हैं प्रवासियों का कहना है कि सरकार उनके बार में नहीं सोच रही है, न किसी तरह की रेल चलने की बात हो रही है और न ही उनको सरकार की और से कोई मेसेज दिया जा रहा है। ऐसे में लोग बस का इंतजाम करने में जुटे हैं, एक दिन पहले 60 प्रवासी ट्रक से ऋषिकेश पहुँच गए, खबर मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस ने ट्रक को सीज कर, प्रवासियों का हेल्थ चेकअप करवाया और उनके गंतव्य के रवाना किया।