भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के वैज्ञानिकों ने उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के कुछ हिस्सों में सोना मिश्रित तांबा खनिजकरण की व्यापक पैमाने पर खोज की है।
जीएसआई के वैज्ञानिकों ने उत्तराखंड के लामेरी-कोटेश्वर इलाके से 355 नमूने एकत्रित किए। सोना तथा आधार धातु का लखनऊ के जीएसआई के केमिकल डिवीजन में विश्लेषण किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, विभिन्न नमूनों के एक्स-रे अध्ययन में सोने के साथ-साथ चाल्कोपाइराइट, पाइराइट, स्फालेराइट तथा गैलेना होने के संकेत मिले।
जीएसआई के वैज्ञानिकों ने उत्तराखंड के लामेरी-कोटेश्वर इलाके से 355 नमूने एकत्रित किए। सोना तथा आधार धातु का लखनऊ के जीएसआई के केमिकल डिवीजन में विश्लेषण किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, विभिन्न नमूनों के एक्स-रे अध्ययन में सोने के साथ-साथ चाल्कोपाइराइट, पाइराइट, स्फालेराइट तथा गैलेना होने के संकेत मिले।
उत्तराखंड का ये हिस्से लेसर हिमालय के नाम से जाने जाते हैं रुद्रप्रयाग इलाके में सोना पाए जाने की यह पहली घटना है। रिपोर्ट के मुताबिक, जिन इलाकों में सोना पाया गया है, वह रुद्रप्रयाग कस्बे के आसपास मंदाकिनी नदी घाटी में हैं। पहाड़ी क्षेत्र में यदि कहीं सोने की खान का अंदेशा है तो वह जरूर खोजी जानी चाहिऐ ।
जीएसआई के मुताबिक, मौजूदा वक्त में सोने का उत्पादन तीन खदानों -कर्नाटक के हुत्ती, ऊटी तथा हिराबुद्दनी में- होता है। इसके अलावा, राजस्थान के खेतरी तथा झारखंड के मोसाबनी, सिंहभूम तथा कुंद्रेकोचा में धातु सल्फाइड से उपोत्पाद के रूप में सोने का उत्पादन होता है।
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भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के वैज्ञानिकों ने उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के कुछ हिस्सों में सोना मिश्रित तांबा खनिजकरण की व्यापक पैमाने पर खोज की है।
जीएसआई के वैज्ञानिकों ने उत्तराखंड के लामेरी-कोटेश्वर इलाके से 355 नमूने एकत्रित किए। सोना तथा आधार धातु का लखनऊ के जीएसआई के केमिकल डिवीजन में विश्लेषण किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, विभिन्न नमूनों के एक्स-रे अध्ययन में सोने के साथ-साथ चाल्कोपाइराइट, पाइराइट, स्फालेराइट तथा गैलेना होने के संकेत मिले।उत्तराखंड का ये हिस्से लेसर हिमालय के नाम से जाने जाते हैं रुद्रप्रयाग इलाके में सोना पाए जाने की यह पहली घटना है। रिपोर्ट के मुताबिक, जिन इलाकों में सोना पाया गया है, वह रुद्रप्रयाग कस्बे के आसपास मंदाकिनी नदी घाटी में हैं। पहाड़ी क्षेत्र में यदि कहीं सोने की खान का अंदेशा है तो वह जरूर खोजी जानी चाहिऐ ।जीएसआई के मुताबिक, मौजूदा वक्त में सोने का उत्पादन तीन खदानों -कर्नाटक के हुत्ती, ऊटी तथा हिराबुद्दनी में- होता है। इसके अलावा, राजस्थान के खेतरी तथा झारखंड के मोसाबनी, सिंहभूम तथा कुंद्रेकोचा में धातु सल्फाइड से उपोत्पाद के रूप में सोने का उत्पादन होता है।