मेलाधिकारी दीपक रावत की अध्यक्षता में मंगलवार को मेला नियंत्रण भवन में 14 अप्रैल को बैशाखी पर्व के शुभ अवसर पर होने वाले शाही स्नान की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में एक अति महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई।
मेलाधिकारी दीपक रावत ने सर्वप्रथम सोमवती अमावस्या का शाही स्नान सकुशन सम्पन्न होने पर सभी अधिकारियों को बधाई दी तथा सभी के आपसी तालमेल व सहयोग की सराहना की।
उन्होंने अधिकारियों से फीडबैक लेकर 14 अप्रैल को बैशाखी के शाही स्नान के लिए सभी को पूरी गंभीरता से अपनी जिम्मेदारी निर्वाह करने को कहा।
उन्होंने शाही स्नान के दिन हरकी पैड़ी पर घाटों की सफाई में तेजी लाने के लिए कर्मियों की संख्या बढ़ाने और शाही स्नान के रूट पर भी सफाई आदि व्यवस्थायें दुरूस्त रखने के साथ ही पीने के पानी का भी समुचित प्रबन्ध करने के निर्देश दिए।
मेलाधिकारी दीपक रावत ने अखाड़ों के साथ आने वाले पानी के टैंकरों की संख्या बढ़ाने के साथ ही उन्हें मोड़कर वापसी में भी पानी का छिड़काव कराने के निर्देश जल निगम के अधिकारियों को दिए।
मेलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कोविड वैक्सीनेशन तथा टेस्टिंग के बारे में जानकारी ली। उन्होंने पूरे मेला क्षेत्र सहित अखाड़ों और उनकी छावनियों में मक्खी-मच्छर से निजात दिलाने के लिए छिड़काव कराने और उसकी माॅनीटरिंग के साथ ही स्थलीय सत्यापन की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
दीपक रावत ने एआरटीओ प्रवर्तन सुरेंद्र कुमार से शाही स्नान के दिन पार्किंग में आए वाहनों की संख्या और शटल बसों के संचालन की जानकारी प्राप्त की।
बैठक में अधिकारियों ने मेलाधिकारी को बताया कि हरकीपैड़ी पर जल पुलिस पर्याप्त संख्या में न होने की वजह से जल पुलिस की पूरी चेन नहीं बन पा रही थी, इस पर मेलाधिकारी ने जल पुलिस की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।
मेलाधिकारी ने उप मेलाधिकारी दयानन्द सरस्वती को सभी सेक्टर मजिस्ट्रेटों अथवा जिनको मेले के दौरान लाउड स्पीकर की आवश्यकता पड़ सकती है, को लाउड स्पीकर की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
मेलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को बैशाखी के शाही स्नान पर्व को निर्विघ्न, शांतिपूर्ण एवं सकुशल सम्पन्न कराने के लिये शीर्ष प्राथमिकता पर सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।