ऑस्ट्रेलिया की रहने वाली स्काया पिछले कुछ सालो से उत्तराखंड में आयुर्वेद में शोध कर रही है। वह अपनी रिसर्च के दौरान कई किसानो से मिलती हैं जो हर्बल फार्मिंग कर रहे है। अपनी हर्बल रिसर्च से स्कया ने हर्बल चाय भी बनाई है जिसे वे अपने देश ऑस्ट्रेलिया में भी एक्सपोर्ट कर रही है। इस प्रयास से उत्तराखंड के किसानो को रोज़गार के सुनहरे अवसर मिल रहे है।
पहाड़ में मिलने वाली जड़ी बूटी से बानी इस चाय के स्कया ने कई फायदे भी बताए, ये वजन कम करने से लेकर बीपी जैसी बीमारी में काम आ रही है।
बागेश्वर जिले के गरूर ब्लॉक में किसान कर रहे है जड़ी बूटी के खेती।
वह बागेश्वर में किसानो के साथ मिल कर जड़ी बूटी की खेती पर काम कर रही हैं। उनका कहना है जो जड़ी बूटी हिमालय में उगाई जा सकती है वो दुनिया में कही नहीं उगाई जा सकती। इस वजह से उन्होंने उत्तराखंड की तरफ रुख किया। आने वाले कुछ महीनो में स्काया, हेयर फॉल पर भी काम कर रही है, जिसमे जड़ी बूटी से बने तेल पर काम करने जा रही हैं।