पहाड़ी क्षेत्रों से पलायन को रोकने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड सरकार ने होम स्टे योजना की शुरुआत की थी। आज यह योजना सफल होती दिख रही है प्रदेश में हजारों की संख्या में होमस्टे बन चुके हैं, जिससे ग्रामीणों को अच्छी खासी आमदनी हो रही है। खासकर प्रमुख पर्यटक स्थल, ट्रेकिंग रूट और धार्मिक स्थलों पर खोले गए होम स्टे काफी ज्यादा सफल हो रहे हैं वहीं दूर-दराज के गावों को भी इसका फायदा मिलने लगा है।
वैसे तो यहां विदेशी पर्यटक अधिक आते हैं लेकिन हमारे देश में भी अब ऐसी जगहों का महत्व बढ़ने लगा है। देशी पर्यटकों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इसलिए आज हम आपको उत्तराखंड के खूबसूरत होम स्टे के बारे में बताने जा रहे हैं जहां आप अगली छुट्टी पर घूमने या आराम करने के लिए आ सकते हैं। यहां आपको देखने को मिलेगी प्रकृति की असीम ख़ूबसूरती, आस-पास का शांतिपूर्ण वातावरण, ताज़ी हवा, शुद्ध पहाड़ी भोजन, साफ़ पानी और सुहावने मौसम का आनंद।
उत्तराखंड के होम-स्टे स्थानीय लोगों के आदर-सत्कार और संस्कृति की भी झलक प्रस्तुत करते हैं। कल्पेश्वर, कानाताल, औली, मुक्तेश्वर, सतखोल, लंढौर, पखुरा, दयारा जैसी अनेक जगहों पर आपको बेहतरीन होम-स्टे मिलेंगे। आप जब ‘देवभूमि’ घूमने जाएं तब इनका लाभ अवश्य उठाएं। उत्तराखंड में उपलब्ध विभिन्न होम-स्टे की संपूर्ण जानकारी उत्तराखंड टूरिज्म की वेबसाइट uttarakhandtourism.gov.in/ पर प्राप्त की जा सकती है। आइये जानते हैं इसके बारे में
मसूरी से 38 किमी आगे, कानाताल एक शांत जगह है। घने जंगलों में बसा है खूबसूरत हिल स्टेशन है यहां अभय शर्मा जी के इस होमस्टे को देश-विदेश से आये पर्यटकों से काफी सराहना मिली है।
इत्मेनान इस्टेट बिनसर-
बिंसर उन लोगों के लिए अच्छा ऑप्शन है जो न सिर्फ पहाड़ों को देखना चाहते हैं बल्कि वाइल्ड लाइफ से भी रू-ब-रू होना चाहते हैं दिल्ली से सड़क मार्ग से बिंसर पहंचने में करीब 10 घंटे का वक्त लगेगा। इत्मेनान एस्टेट कुमाऊं हिमालय में एक शांतिपूर्ण ग्रामीण परिवेश में स्थित एक सुन्दर होम स्टे रिसोर्ट है। यह होम स्टे खासा चर्चित है।
दलेर होमस्टे-
दलेर बिनसर वन्यजीव अभयारण्य में सुन्दर होम स्टे है। यहां का शांतिपूर्ण वातावरण मन मोह लेगा, ग्रामीणों द्वारा स्थानीय भोजन, बांसुरी की ध्वनि और संगीत का आनंद लेंने के लिए लोग यहां आते हैं। Dalar Homestay वास्तव में पहाड़ियों के जीवन शैली को नजदीक से पहचानने का मौका देता है। यहां घर के अंदर आधुनिक सुविधायें दी गई हैं जो लाजवाब हैं।
डाक बंगलो अल्मोड़ा-
1905 में निर्मित पेओरा का पुराना डाक बंगला पहले ब्रिटिश द्वारा निरीक्षण बंगले के रूप में उपयोग किया जाता था। वर्षों के जीर्ण होने के बाद, घर को 2005 में प्रदीप और शुभा द्वारा होम स्टे के रूप में विकसित किया गया। आज यह होम स्टे के लिए सबसे खूबसूरत घर कहा जाता है।
कुफलों बेसिक्स उत्तरकाशी-
उत्तरकाशी से 11 किमी की दूरी पर है ये जगह, शांतिपूर्ण वातावरण, प्रकृति के सौंदर्य का सच्चा दीदार होता है यहां। ग्रामीण खानपान के साथ पर्यटकों को हर सुविधा यहां मिलती है। अनिल कुरियल जी आपके स्वागत के लिए इधर तैयार हैं अगर आप काफल के सीजन में जाते हैं तो आपको यहाँ पर भरपूर काफल की पार्टी दी जायेगी। यह उत्तराखंड का स्वीट बेरी कहलाता है।
हिमालिका नैनीताल-
रामगढ ब्लॉक नैनीताल में अविश्वसनीय रूप से हरियाली के बीच राजसी झोपड़ी हिमालिका आज के समय में सबसे खूबसूरत होम स्टे है। मन और आत्मा की शांति देनी वाली खूबसूरत जगह के साथ प्रवेश द्वार से आंतरिक सजावट तक, कमरे में शोपीस की व्यवस्था, अतिथि लॉबी की लकड़ी और कांच पर आधारित वास्तुशिल्प डिजाइन सब कुछ दिल खुश कर देनी वाली है यहां।
द वाइट हाउस नैनीताल-
गागर उत्तराखंड में नैनीताल के पास एक छोटा सा गाँव है। इस आकर्षक गांव के बीच, एक बुटीक घर है, जो पहाड़ियों में बसा है। हरे-भरे पहाड़ों और जादुई सीढ़ीदार खेतों के खूबसूरत दृश्य यहां से देखे जा सकते हैं। यह काफी फेमस है और एक उदहारण है उत्तराखंड में ऐसे होम स्टे कैसे लोगों को आत्मनिर्भर बना रहे हैं। जो इसे चलाते हैं वो दिल्ली के रहने वाले हैं नेचर लवर हैं इसलिए पहाड़ पर कुछ ऐसा बनाने का सोचा जो सच में उनके लिए और पर्यटकों के लिए कुछ ख़ास एहसास दे।
सुकून होमस्टे-
बगीचे के दृश्यों के साथ, सुकून होमस्टे अल्मोड़ा में स्थित है और इसमें एक रेस्तरां और एक साझा रसोईघर है। होमस्टे एक एशियाई या शाकाहारी नाश्ता प्रदान करता है। आवास के मेहमान पास में लंबी पैदल यात्रा का आनंद ले सकते हैं, या बगीचे का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।
सरमोली गांव, माटी संगठन के होम स्टे-
शानदार होमस्टे के लिए सरमोली गांव होमस्टे के होम स्टे खासे चर्चित हैं स्थानीय लोगों के साथ मिल खेलकर पर्यटक यहीं के हो जाते हैं। सुन्दर घर, मनमोहक नज़ारे यहां से जाने का मन नहीं करेगा।
बासा खिर्सू-
पौड़ी के खिर्सू में पहाड़ी शैली में बना पहला होम स्टे मेहमानों के स्वागत के लिए तैयार है। यह बेहद खूबसूरत होम स्टे है इसके संचालन की जिम्मेदारी उन्नति महिला समूह को दी गई है। 15 महिलाओं का ये ग्रुप होम स्टे का संचालन कर रहा है। खूबसूरत नज़ारे तो मन को भाते ही हैं, यहां पर आपको पहाड़ी भोजन और पहाड़ी संस्कृति को करीब से जानने का मौका भी मिलेगा, रहने के लिए आधुनिक सभी सुविधायें मिलेंगी।
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जैबरी बासा-
उद्यान विभाग द्वारा रुद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ ब्लाॅक के संसारी गांव में पहाड़ी शैली में तैयार जनपद का पहला हार्टी टूरिज्म भवन (जैबरी बासा) बनाया गया है। जोकि पर्यटकों का मन मोह लेता है अपने दूसरे घर के रूप में आप यहां कई दिन रह सकते हैं।