देहरादून: समूचे उत्तराखंड में जोरदार बारिश से लोगों की मूसीबत बढ़ गई है। चम्पावत, नैनीताल, बागेश्वर, पिथोरागढ़, और देहरादून में भारी बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
पुरे उत्तराखंड में सैकड़ों सडकें बंद हैं, पहाड़ी इलाकों में संपर्क मार्ग बंद होने से कई गांवों का मुख्यालयों से संपर्क कटा हुआ है। खाद्यान ले जाने वाले ट्रक भी रास्तों में फंसे हैं। नैनीताल में झीलों का जलस्तर बढ़ गया है। कुमाऊँ की सभी नदियाँ भी उफान पर हैं।
नई टिहरी में जाखणीधार ब्लॉक के ग्राम मंदार में बारिश के कारण हो रहे भूस्खलन के चलते आधा दर्जन से अधिक परिवारों को खतरा हो गया है। प्रभावित परिवारों ने अपने घर खाली कर गांव के अन्य परिवारों के घरों में शरण ली है। वहीं रुद्रप्रयाग जिले में बारिश का अलर्ट नहीं था लेकिन फिर भी जिले में जोरदार बारिश हो रही है। जगह जगह लेंडसलाइड हो रहा है।
भूस्खलन की वजह से बदरीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री, हेमकुंड यात्रा मार्ग कई जगह बाधित है। पुलिस प्रशासन की ओर से बदरीनाथ दर्शन को जा रहे 350 तीर्थयात्रियों को पांडुकेश्वर व जोशीमठ और बदरीनाथ से लौट रहे 225 तीर्थयात्रियों को धाम में ही रोक दिया गया है। भारी बारिश के कारण हाईवे को नहीं खोला जा सका है।
देहरादून- मसूरी मार्ग भी बोल्डर आने से बंद हो गया। हरिद्वार व ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। तटीय इलाकों में कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं और कई गांव के ऊपर खतरा मंडरा रहा है। बागेश्वर डीएम के कार्यालय में तैनात वरिष्ठनाजिर व बैजनाथ के सीर गांव निवासी चंदन सिंह के बेटे दीपक मेहरा की गोमती नदी में डूबने से मौत हो गई।
वहीं, राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, आने वाले 24 घंटे में देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चमोली, नैनीताल, उधमसिंह नगर, चंपावत और पिथौरागढ़ में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। देहरादून में डीएम ने स्कूलों में एक दिन का अवकाश घोषित किया। ')}