देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में पासिंग आउट परेड के दौरान 409 जांबाज युवा अफसर अंतिम पग पार करते ही इंडियन आर्मी की मुख्यधारा में शामिल हो गए। जांबाज युवा अफसर अंतिम पग भरते ही आईएमए के इतिहास में देश को 60,347 अफसर देने का रिकॉर्ड जुड़ गया। इसमें 2106 विदेशी जीसी शामिल हैं।
शनिवार को सर्द सुबह की खिली धूप के साथ सेना के अफसर बनने की अंतिम परेड में सेना के नोजवान अफसरों का जोश देखने लायक था। तालियों की गड़गड़हाट के साथ कदम से कदम मिलाते 487 कैडेट ने रिव्यूइंग अफसर बंग्लादेश के आर्मी चीफ को सलामी दी।
विदेशियों में अफगानिस्तान के पासआउट होने वाले कैडेट्स की संख्या सबसे ज्यादा है। जबकि इस साल बांग्लादेश के युवा कैडेट्स भी पासआउट होकर अपने देश की सेना में कमीशन हासिल करेंगे।
आईएमए से पास आउट हुए 854 शहीद सैन्य अफसरों को सलामी देकर उनसे बहादुरी की प्रेरणा ली गयी, इन शहीदों के नाम इंडियन मिलिट्री के युद्ध स्मारक पर अंकित हैं। अकादमी के सर्वश्रेष्ठ सोर्ड ऑफ ऑनर सम्मान और स्वर्ण पदक अकेडमी अंडर ऑफिसर चंद्रकांत आचार्य को मिला, सिल्वर मेडल अकेडमी कैडेट अडजुडेंट अमरप्रीत सिंह को ब्रॉन्ज़ मैडल बटालियन अंडर ऑफिसर सौरभ दास को मिला। ')}