पुणे महाराष्ट्र में उद्योग खुलने के कारण उत्तराखंड के 80 प्रवासी रेल पकड़ने नहीं आए। न्यूज 18 इंडिया की खबर के मुताबिक, आज पुणे से उत्तराखंड प्रवासियों को लेकर निकली श्रमिक स्पेशल ट्रैन में 80 प्रवासी रेलगाड़ी पकड़ने नहीं आये। इसमें सभी लोगों का कहना था कि उनका काम शुरू हो गया है। इसलिए उन्हें गाँव जाने की जरूरत नहीं हैं।
खबर के अनुसार, मध्यप्रदेश के 380 प्रवासी कामगारों ने भी अपनी ट्रैन नहीं पकड़ी इन लोगों ने भी फिर से काम शुरू होने की बात कही। स्थानीय अधिकारियों ने दावा किया कि क्षेत्र में कई उद्योगों के फिर से खुलने के कारण ये ‘सकारात्मक’ संकेत हैं। धीरे-धीरे सभी तरह के उद्योगों को शुरू किया जा रहा है, इसका असर यह हुआ कि कुछ लोगों ने यहीं रुकने का निश्चय किया है।
एक अधिकारी ने बताया कि मध्य प्रदेश जाने के लिए 1172 लोगों को अनुमति मिली थी लेकिन रेलगाड़ी रवाना होते समय तक दौंद स्टेशन पर 300 श्रमिक पहुंचे ही नहीं, जिनमें अधिकतर एमआईडीसी इलाके में काम करते थे। दौंद के तहसीलदार संजय पाटिल ने कहा, कि सोमवार को उत्तराखंड के लिए रवाना हुई रेलगाड़ी में भी 80 लोग सवार होने नहीं आए और उनमें से सभी ने दावा किया कि उनके यहां काम शुरू हो गया है इसलिए उन्हें अपने गांव जाने की जरूरत नहीं है।
बता दें कि उत्तराखंड वापसी के लिए पुणे से 10 हजार से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया है। अब रेलवे उनकी घर वापसी के लिए विशेष ट्रैने चला रही है जिसकी पहली ट्रैन आज 1206 लोगों को लेकर हरिद्वार के लिए रवाना हुई। यह ट्रैन 12 मई दोपहर को हरिद्वार पहुंचेगी। गुजरात के सूरत से भी लगभग 1200 प्रवासी आज उत्तराखंड पहुंच रहे हैं इधर काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर मेडिकल जांच की पूरी तैयारियां की गई हैं।