बाहरी राज्यों में फंसे प्रवासी उत्तराखंडियों के लिए अच्छी खबर है, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन के चलते बाहरी राज्यों में फंसे हुए लोगों को घर वापसी के लिए अनुमति दे दी है। गृह मंत्रालय ने अनुमति देने के साथ ही कुछ शर्तें भी लागू की हैं, जिनका पालन किया जाना अनिवार्य होगा।
जिन लोगों में कोरोना के लक्षण पाए जाएंगे उन्हें यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी। हर व्यक्ति जो घर वापसी चाहता है उसे पंजीकरण कराना होगा। इसके लिए जिला या राज्य स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किये जाएंगे। यात्रा के लिए दोनों राज्यों की सहमति होनी आवश्यक है। घर वापसी पर स्थानीय प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य जांच और होम कोरटाइन का कार्य सर्तकता पूर्वक किया जाएगा।
उत्तराखंड के हजारों प्रवासी दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं। लॉकडाउन में उत्तराखंड केंद्र द्वारा जारी गाईडलाइन का कड़ाई से पालन कर रहा है ऐसे में प्रवासी उत्तराखंडियों की समस्याएं बढ़ती जा रही थी, लेकिन अब केंद्र सरकार ने घर वापस पहुंचाने की मांग कर रहे लोगों को राहत दे दी है।
मंत्रालय की ओर से जारी एक आदेश के मुताबिक लॉकडाउन की वजह से फंसे प्रवासी मजदूरों, श्रद्धालुओं, पर्यटकों और छात्रों आदि को वापस जाने की अनुमति दी जाती है। इस आदेश के बाद उत्तराखंड भी प्रवासियों की घर वापसी के लिए तैयारी में जुट गई है। सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने आश्वाशन देते हुए कहा कि ‘बाहरी प्रदेशों में फंसे उत्तराखंडवासियों की जल्द वापसी की तैयारी के निर्देश मुख्य सचिव को दिए हैं। मैं विश्वास दिलाता हूं, बाहर फंसा जो भी उत्तराखंडी अपने राज्य लौटना चाहता है, उसकी वापसी के लिए सभी मानकों के अनुसार उचित प्रबंध किए जाएंगे’