नापतोल जैसी कई ऑनलाइन शॉपिंग साइट से ग्राहकों का डाटा साइबर ठग निकालकर लोगों के घरों तक पहुँच गए हैं। देहरादून में हमारे एक मित्र के साथ ऐसा ही कुछ हुआ उनके उनके घर के एड्रेस पर नापतोल के नाम से डाक आया। जिसके अंदर स्क्रेच करो और इनाम पाओ का एक कार्ड रखा हुआ था।
स्क्रेच करने पर 7,50,000 जीत लिए, दिए गए नम्बर पर फ़ोन किया तो एक व्यक्ति ने बताया कि अगर आप इन पैसों को हाथों-हाथ आपके Bank Account में ट्रांसफर करवाना चाहते हैं तो आपको सिर्फ 7500 रूपये बतौर Tax देने होंगे। और ये 7500 रूपये एडवांस में जमा करवाने होंगे। हालांकि उन्हें ऑनलाइन फ्रॉड के बारे में मालूम था इसलिए उन्होंने पैसे ट्रांसफर नहीं किए और न ही अपनी बैंक डिटेल उन्हें दी। इस बारे में उन्होंने सीधे हमें जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले उन्होंने नापतोल से खरीद की थी, इसलिए एक बार तो उन्हें पूरा भरोषा हो गया था। लेकिन बाद में उसके पहले टैक्स जमा करने वाली बात से उसे पकड़ लिया।
दिए गए नंबरों को साइबर पुलिस को ट्रांसफर कर दिया। डाटा लीक होने के मामले में जब हमने नापतोल कंपनी के टोल फ्री नंबर पर कॉल किया तो उन्होंने पहले तो यह मानने से ही इनकार कर दिया कि ऐसा भी हुआ है बाद में उन्होंने यह कहते हुए कॉल डिस्कनेक्ट कर दी कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। समझने वाली बात यह है कि जिस कंपनी के नाम से लूट चल रही है वह भी सुनने को तैयार नहीं है। जिस व्यक्ति ने एक महीने पहले Naaptol से कुछ आर्डर किया, उनका पता मोबाइल सभी तरह की जानकारी साइबर ठगों तक कैसे पहुँच गई, इसका भी कुछ जवाब नहीं हैं। इसलिए ऐसे इनाम जीतने वालों झांसों में कभी भी न आएं, चाहे तो वह किसी भी माध्यम से आपको मिला हो। अपना खाता संख्या,ओटीपी, एटीएम के बारे में जानकारी किसी से शेयर न करें।
बता दें कि उत्तराखंड में साइबर ठगों ने पूरी तरह से जाल बिछाया हुआ है। हर दिन लूट के खुलासे और दर्जनों ठगी के मामलों का दर्ज होना इस बात को पुख्ता करता है कि उत्तराखंड साइबर ठगी का अड्डा बनता जा रहा है। उत्तराखंड पुलिस का कार्य सराहनीय है लेकिन बढ़ती साइबर ठगी पर ठोस कदम उठाने की अभी भी दरकार है।
पिछले दिनों ही सोशल मीडिया पर उत्तराखंड के DGP का फेक अकाउंट बनाकर ठगी का प्रयास किया गया, जिन्हें उत्तराखंड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया लेकिन इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि साइबर ठगों के हौसले कितने बुलंद है। इसलिए सभी को सतर्क रहने की आवश्यकता है, हमें आसपास के लोगों को भी जागरूक करना होगा। शेयर करें।