राजकीय इण्टर कॉलेज, पिथौरागढ के पूर्व छात्र रहे जनपद मुख्यालय-पिथौरागढ निवासी डॉ मनीष भट्ट का चयन IIT गुवाहाटी के इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर हुआ है।
मनीष की उल्लेखनीय सफलता से उनके गुरुजन और परिजन हर्षित हैं। उन्होंने अथक परिश्रम और धैर्य से यह सफलता हासिल की है। मनीष का अकादमिक प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्होंने कनाडा, अमेरिका सहित कई देशों में जाकर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए हैं जिन्हें विश्व के वैज्ञानिकों से काफी सराहना मिली है।
मनीष ने दयानंद स्कूल, पिथौरागढ़ से 10वीं की परीक्षा पास की वे उत्तराखंड बोर्ड की मैरिट सूची में 9वें स्थान पर रहे थे। उन्होंने राजकीय इण्टर कॉलेज पिथौरागढ़ से 12 वीं पास की उत्तराखंड बोर्ड की मैरिट सूची में उनका 15 वां स्थान रहा था। इसके बाद उन्होंने NIT हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश B. Tech और प्रतिष्ठित संस्थान IISc बैंगलोर से PhD की। इसके बाद उन्होंने कनाडा मॉन्ट्रियल विश्वविद्यालय से Post Doctorate और विश्व प्रसिद्ध जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय, बाल्टीमोर, अमेरिका से Research Scientist में उपाधि हासिल की।
अपने देश में कार्य करने की इच्छा के कारण अमेरिका से लौटकर मनीष ने BITS Pilani के Goa Campus में Assistant Professor के रुप में कार्य किया। अब उनका चयन देश के टॉप IIT में शामिल IIT गुवाहाटी में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर हुआ है।
मनीष सीमान्त तहसील धारचूला के दूरस्थ गांव सिन्याखोला के मूल निवासी हैं। वर्तमान में पिथौरागढ़ के टकाना में उनका परिवार रहता है। उनके पिता डॉ धर्मानन्द भट्ट राजकीय महाविद्यालय बलुवाकोट में प्राध्यापक हैं। मनीष ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, परिजनों और अपने शिक्षकों को दिया है। मनीष के चयन पर उनके शिक्षकों और पिथौरागढ़ के लोगों ने उन्हें और परिजनों को बधाई दी है।