उत्तराखंड में बारिश को लेकर मौसम विभाग की चेतावनी के बादजूद भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। सोमवार को 29152 तीर्थयात्रियों ने चारों धाम सहित हेमकुंड साहिब दरबार में मथा टेका। केदारनाथ में 10,220, बदरीनाथ में 12,875, यमुनोत्री धाम में 1,836, गंगोत्री धाम 2,277, जबकि हेमकुंड साहिब में 1,872 यात्रियों ने दर्शन किये। बता दें कि चारों धामों में अब तक कुल 25,68,205 श्रद्धालु दर्शन कर लौट चुके हैं। यात्रा के दौरान अब तक 203 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। इसमें केदारनाथ में 97, बदरीनाथ में 53, गंगोत्री में 13 और यमुनोत्री में 42 तीर्थयात्रियों की मौत हुई है।
बता दें कि मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने उत्तराखंड में खासकर पहाड़ी इलाकों में 28 और 29 जून को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर व पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा का पूर्वानुमान लगाया गया है। राज्य में देहरादून, नैनीताल, चम्पावत व पौड़ी गढ़वाल में भी कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है।
फिलहाल कई जिलों में बादल छाए हुए हैं कई जगहों पर जमकर बारिश भी हो रही है जिससे कई जिलों में ग्रामीण मोटर मार्ग बंद पड़ गए हैं। उत्तराखंड आपातकालीन परिचालन केंद्र द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, उत्तरकाशी में बारिश से एक ग्रामीण सड़क बंद पड़ गई है जिसे खोलने का काम किया जा रहा है।
जिला अल्मोड़ा में एक मोटर मार्ग बंद है जिसे खोलने की कार्यवाही भी गतिमान है। जिला देहरादून में तीन राज्य मार्ग, एक मुख्य जिला मार्ग व 12 ग्रामीण सड़कें बंद हैं इन सभी मार्गों को खोलने का कार्य गतिमान है। चम्पावत में एक जिला मार्ग व 7 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं, पौड़ी गढ़वाल में एक ग्रामीण मोटरमार्ग सड़क टूटने के कारण बाधित है। टिहरी गढ़वाल में एक एस-एच मार्ग बंद है जिसे खोने की कार्यवाही गतिमान है। बागेश्वर में तीन ग्रामीण मोटर मार्ग व पिथौरागढ़ में चार ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं पिथौरागढ़ में एक बॉर्डर रोड के अलावा एक एस-एच मोटर मार्ग भी बंद है, जिसे खोलने की कार्यवाही गतिमान है।