उत्तराखंड के संगीत जगत से दुखद खबर सामने आ रही है। प्रसिद्ध बामणी फेम गायक व अपने शानदार अभिनय के लिए मशहूर नवीन सेमवाल अब हमारे बीच नहीं रहे। मंगलवार की सुबह अचानक उनकी मौत की खबर ने सभी को चौंका दिया। जानकारी के अनुसार नवीन सेमवाल की अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें रुद्रप्रयाग स्थित राजकीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तबीयत में सुधार ना देखते हुए उन्हें देहरादून के अस्पताल में रेफर किया गया जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
उनकी मौत की खबर मिलते हैं हर कोई स्तब्ध रह गया। कई जाने माने कलाकारों सहित कई लोगों ने उनके निधन पर दुःख जताया है और उन्हें श्रद्धांजलि दी है, आपको बता दें कि मेरी बामणी गीत से अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले नवीन सेमवाल एक गायक, गीतकार होने के साथ-साथ एक मंझे हुए रंगकर्मी भी थे और उन्होंने कई गढ़वाली नाटकों, फिल्मों व गीतों में अभिनय किया था।
उन्होंने थिएटर के माध्यम से उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि दिल्ली से मुंबई समेत कई जगहों पर अपने कार्यक्रम किए, आज भले ही नवीन हमारे बीच नहीं रहे पर उनकी कला और गीत हमेशा हमारे साथ रहेंगी। उनके लिखे गीतों में गढ़वाल की परम्परा और संस्कृति की पहचान झलकती थी जिसका उदाहरण उनका हाल ही में रिलीज हुआ गाना ‘संजू का बाबा’ है यह गीत काफी लोगों द्वारा खूब पसंद किया गया। इससे पहले ‘मेरी बामणी’ गीत ने उन्हें प्रदेश में एक अलग ही पहचान दिलाई थी।
आज इतने शानदार व उम्दा कलाकार का यूं अचानक चले जाना उत्तराखंड के संगीत इंडस्ट्री के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। नवीन सेमवाल रुद्रप्रयाग जिले के रहने वाले थे और उनकी उम्र अभी मात्र 44 साल की थी। इससे पहले भी जून के इसी महीने में युवा संगीतकार व गायक गुंजन डंगवाल का एक सड़क हादसे में निधन हो गया था और अब उत्तराखंड के संगीत जगत से जुड़े एक और प्रसिद्ध कलाकार का यूं अचानक चले जाना उत्तराखंड के इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा सदमा है।