उत्तराखंड संगीत जगत में अजय सोलंकी ऐसा नाम है जिसे लोग उनकी दमदार एक्टिंग और एकदम अलग डांसिंग स्टाइल के लिए जानते हैं। अजय सोलंकी देहरादून के चकराता के पास लांघपोखरी गुजरा गाँव के रहने वाले हैं। उनका जन्म 3 मार्च 1985 को हुआ। अजय सोलंकी करीब दो दशकों से उत्तराखंड सिनेमा से जुड़े हैं, इतने लम्बे समय में उन्होंने अपने जीवन में कई उतार चढ़ाव भी देखे, लेकिन उन्होंने हमेशा अपने हुनर और हिम्मत पर भरोषा किया और एक्टिंग के प्रति अपनी लगन नहीं छोड़ी जिसका नतीजा यह रहा कि वे आज भी लोगों के बीच पहली पसंद हैं और उनके दिल जीत रहे हैं। आज हम उनके बारे में कुछ जानकारियां आपको देने जा रहे हैं पढ़िए आगे-
अजय सोलंकी को बचपन से ही एक्टिंग और डांसिंग में रूचि थी इस वजह से उन्होंने एक्टिंग के क्षेत्र को अपना भविष्य बनाने की ठानी और गढ़वाली एल्बम में सहायक एक्टर की भूमिका निभानी शुरू कर दी और यहीं से ही उन्होंने एक्टिंग के गुर भी सीखे। हिम्मत और लगन के साथ काम करने वाले इस एक्टर ने टीवी प्रोग्राम के लिए ऑडिशन दिया, जिसमें वे सफल रहे फिर गढ़वाली एल्बम में मुख्य भूमिका निभानी शुरू कर दी। वह ज़माना कैसेट्स और एल्बम का हुआ करता था। उस दौरान उन्होंने सुपरहिट गीतों में अभिनय कर लोगों के दिलों में जगह बनाई। अजय सोलंकी गढ़वाली-कुमाउनी हर तरह के गानों में दिखने लगे। उन्होंने गढ़वाली फिल्मों में भी भूमिका निभाई।
उस समय उनके सुपरहिट सॉन्ग्स में रमशा गोरख्याण, आंख्युं मा सुरमा, बिरमा बंदोला, बिजुमा सौक्याणी, काँधी मा बटुवा, लोंडा चंद्रा, घसियारी जैसे सुपरहिट सॉन्ग शामिल थे। यह उनकी पहली पारी थी। एक तरह से उन्होंने उत्तराखंड सिनेमा जगत को अलविदा कह दिया था। हर किसी का सपना होता है कि वह भी बड़ा एक्टर बने यही सपना अजय सोलंकी का भी था, इसलिए वे इस इरादे के साथ मुंबई निकल गए। अजय ने मुंबई में एक कॉमेडी सीरियल में काम किया, यहां उन्हें बहुत कुछ सीखने का मौका भी मिला लेकिन वहां उनका मन नहीं लगा और उत्तराखंड लौट आये। एक लम्बे अरसे के बाद उन्होंने उत्तराखंड सिनेमा जगत मे अपनी दूसरी पारी की शुरुआत की, जो दमदार रही।
एक तरह से कहें तो अपनी दूसरी पारी में उन्होंने ज्यादा मजबूत इरादे के साथ काम करना शुरू किया और फिर धूम मचा दी। आज वे उत्तराखंड सिनेमा जगत में सबसे टॉप पर हैं। उनके हाल के गानों में काजल, हुलिया छह नम्बर पुलिया, बेबी सोना, झुमका, मेरी सैना, झपकी जांदी आँखी, सोबनू, तेरा ठुमका, छल-कपट, सजिला, मिन त सुणी, नचाड़ खुटी जैसे हिट गाने शामिल हैं। वे लगातार हर गीत में ओर बेहतर करने का प्रयास करते रहते हैं, यही वजह है कि आज उनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। उनके लाखों फैंस हैं जो उनके नए गानों का बेसब्री से इन्तजार करते हैं।