देहरादून : मशरुम गर्ल दिव्या रावत ने मशरूम के दीवानों के लिए देहरादून राजपुर रोड़ में मशमश नाम से शानदार रेस्टोरेंट शुरू किया है इसके माध्यम से वे मशरूम के अनेक प्रजातियों से तैयार व्यजनों से लोगों को आकर्षित कर रही है। इस माध्यम से वह लोगों को बता रही हैं कि मशरूम हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है और इसका टेस्ट भी ऐसा है कि लोग दौड़े चले आएंगे। अगर आप भी मशरूम खाने के शौकीन हैं तो चले आएं राजपुर रोड देहरादून। यहां मशमश रेस्ट्रोरेंट आपके इंतज़ार में है अपने अनगिनित पकवानों के साथ।
दिव्या रावत ने अपने इस रेस्ट्रोरेंट का उदघाटन कुछ दिन पहले ही किया है। इस रेस्ट्रोरेंट में मशरूम की विभिन्न प्रजातियों से बने व्यंजन को परोसा जाता है। इसके साथ ही आप यहाँ पर कई अन्य प्रकार के स्वादिष्ट व्यजनों का भी लुफ्त उठा सकते हैं। दरअसल, मशरूम गर्ल दिव्या रावत का इस रेस्ट्रोरेंट को खोलने का मुख्य उद्देश्य मशरूम उत्पादकों को बाजार देना भी है। उन्होंने मशरूम के प्रोडेक्टस के लिए रेट्रोरेन्ट के साथ रिटेल स्टोर भी खोला है जो कि आगे चलकर मशरूम उत्पादकों के लिए काफी कारगर होने वाला है।
दिव्या का यह काम रिवर्स पलायन के लिए एक दिशा देने का काम कर रहा है। मशरूम गर्ल का कहना है कि इस रेस्ट्रोरेंट के माध्यम से उनकी कोशिश है कि मशरूम की रेसिपी को लेकर लोगों को जागरूक किया जाय। मशरूम की अनेकों प्रकार की डिशेस का आनंद एक जगह पर लोगों को मिले। अगर मशरूम के प्रति वो लोगों को जागरूक कर पाती है तो इसका सीधा फायदा हमारे मशरूम उत्पादकों को होगा। क्योंकि इस समय उत्तराखंड मशरूम उत्पादन का बड़ा हब बन चूका है।
वह कहती हैं कि आप हमारे यहाँ आइये और मशरूम की रेसपी का आनंद लीजिए पहाड़ी लोग हम साधारण और मेहनती होते हैं। उनके रेस्ट्रोरेंट में 80 फीसदी पहाड़ी लोग काम कर रहे हैं। उनका सपना है कि उत्तराखंड राज्य मशरूम स्टेट ऑफ़ इंडिया के नाम से पूरे देश में जाना जाय। उन्होंने कहा कि जो सपोर्ट मुझे उत्तराखंड और अब पूरे देश से मिल रहा है उससे मेरा यह सपना एक दिन जरूर पूरा होगा।
कौन हैं मशरूम गर्ल दिव्या रावत-
बता दें कि मशरूम गर्ल उत्तराखंड के चमोली जिले के कोट कंडारा गांव की रहने वाली हैं उन्होंने दिल्ली में पढ़ाई और स्वरोगार के लिए प्रदेश में लौटी, उन्होंने मशरूम मिशन चलाकर देश और दुनिया में बड़ा नाम कमाया, गांवों की हजारों महिलाओं को अपने काम से जोड़ा, उन्हें प्रशिक्षित कर स्वावलंबी बनाया। उन्होंने सौम्य फूड प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से मशरूम को लगातार बढ़ावा दिया और अभी भी आगे बढ़ती जा रही है। उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा मशरुम क्रांति के लिए सम्मानित किया जा चुका है। दिव्या ने मशरूम के प्रोडक्शन के साथ-साथ उसकी मार्केटिंग पर भी खूब ध्यान दिया। इसी हुनर ने उन्हें सफलता दिलाई। आज वो क्षेत्र के युवाओं के लिए मिसाल बन गई हैं।