Raibaar UttarakhandRaibaar UttarakhandRaibaar Uttarakhand
  • Home
  • Uttarakhand News
  • Cricket Uttarakhand
  • Health News
  • Jobs
  • Home
  • Uttarakhand News
  • उत्तराखंड पर्यटन
  • उत्तराखंड मौसम
  • चारधाम यात्रा
  • Cricket Uttarakhand
  • राष्ट्रीय समाचार
  • हिलीवुड समाचार
  • Health News
Reading: “Nainital” को क्यों कहा जाता है झीलों की रानी? भारत का सबसे पोपुलर हिल स्टेशन है नैनी झील।
Share
Font ResizerAa
Font ResizerAa
Raibaar UttarakhandRaibaar Uttarakhand
  • Home
  • Uttarakhand News
  • उत्तराखंड पर्यटन
  • चारधाम यात्रा
Search
  • Home
  • Uttarakhand News
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधम सिंह नगर
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • उत्तराखंड पर्यटन
  • उत्तराखंड मौसम
  • चारधाम यात्रा
  • Cricket Uttarakhand
  • राष्ट्रीय समाचार
  • हिलीवुड समाचार
  • Health News
Follow US
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Donate
©2017 Raibaar Uttarakhand News Network. All Rights Reserved.
Raibaar Uttarakhand > Home Default > उत्तराखंड पर्यटन > “Nainital” को क्यों कहा जाता है झीलों की रानी? भारत का सबसे पोपुलर हिल स्टेशन है नैनी झील।
उत्तराखंड पर्यटन

“Nainital” को क्यों कहा जाता है झीलों की रानी? भारत का सबसे पोपुलर हिल स्टेशन है नैनी झील।

Last updated: June 5, 2020 1:35 pm
Debanand pant
Share
4 Min Read
Nainital
SHARE
नैनीताल भारत के उत्तराखण्ड राज्य का एक प्रमुख पर्यटन नगर है। यह नैनीताल जिले का मुख्यालय भी है। कुमाऊँ क्षेत्र में नैनीताल जिले का विशेष महत्व है। देश के प्रमुख क्षेत्रों में नैनीताल की गणना होती है।
नैनीताल का मुख्‍य आकर्षण यहाँ की झील है। स्‍कंद पुराण में इसे त्रिऋषि सरोवर कहा गया है। कहा जाता है कि जब अत्री, पुलस्‍त्‍य और पुलह ऋषि को नैनीताल में कहीं पानी नहीं मिला तो उन्‍होंने एक गड्ढा खोदा और मानसरोवर झील से पानी लाकर उसमें भरा। इस झील के बारे मे कहा जाता है यहां डुबकी लगाने से उतना ही पुण्‍य मिलता है जितना मानसरोवर नदी से मिलता है। यह झील 64 शक्ति पीठों में से एक है।
nainital
आज भी नैनीताल जिले में सबसे अधिक ताल हैं। इसे भारत का लेक डिस्ट्रिक्ट कहा जाता है, क्योंकि यह पूरी जगह झीलों से घिरी हुई है। ‘नैनी’ शब्द का अर्थ है आँखें और ‘ताल’ का अर्थ है झील। झीलों का शहर नैनीताल उत्तराखंड का प्रसिद्ध पर्यटन स्‍थल है।
बर्फ़ से ढ़के पहाड़ों के बीच बसा यह स्‍थान झीलों से घिरा हुआ है। इनमें से सबसे प्रमुख झील नैनी झील है जिसके नाम पर इस जगह का नाम नैनीताल पड़ा है। नैनीताल को जिधर से देखा जाए, यह बेहद ख़ूबसूरत है।
नैनी झील के उत्‍तरी किनारे पर नैना देवी मंदिर स्थित है। 1880 में भूस्‍खलन से यह मंदिर नष्‍ट हो गया था। बाद में इसे दुबारा बनाया गया। यहां सती के शक्ति रूप की पूजा की जाती है। मंदिर में दो नेत्र हैं जो नैना देवी को दर्शाते हैं।
नैनी झील के बारें में माना जाता है कि जब शिव सती की मृत देह को लेकर कैलाश पर्वत जा रहे थे, तब जहां-जहां उनके शरीर के अंग गिरे वहां-वहां शक्तिपीठों की स्‍थापना हुई। नैनी झील के स्‍थान पर देवी सती की आँख गिरी थी। इसी से प्रेरित होकर इस मंदिर की स्‍थापना की गई है। माँ नैना देवी की असीम कृपा हमेशा अपने भक्‍तों पर रहती है। हर वर्ष माँ नैना देवी का मेला नैनीताल में आयोजित किया जाता है।
khurpatal
निकटवर्ती पर्यटन स्थल नैनीताल के पर्यटन स्थल हनुमानगढ़ी, काठगोदाम, भवाली, नौकुचियाताल, सात ताल, नैनीताल, भीमताल , नल -दमयन्ति ताल, रामगढ़, नैनीताल, मुक्तेश्वर, खुर्पाताल, काशीपुर, द्रोणा सागर, गिरीताल हैं।
जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान यह गौरवशाली पशु विहार है। नैनीताल जनपद में यह उद्यान विस्तार लिए हुए है। दिल्ली से मुरादाबाद – काशीपुर – रामनगर होते हुए कार्बेट नेशनल पार्क की दूरी 290 किमी है। कार्बेट नेशनल पार्क में पर्यटकों के भ्रमण का समय नवंबर से मई तक होता है।
बसों में अनुभवी मार्गदर्शक होते हैं जो पशुओं की जानकारी, उनकी आदतों को बताते हुए बातें करते रहते हैं। यहाँ पर शेर, हाथी, भालू, बाघ, सुअर, हिरण, चीतल, साँभर, पाण्डा, काकड़, नीलगाय, घुरल और चीता आदि ‘वन्य प्राणी’ अधिक संख्या में मिलते हैं। इसी प्रकार इस वन में अजगर तथा कई प्रकार के साँप भी निवास करते हैं।

')}

नवरात्रि के पहले दिन भारत की भूमि से शुरू हुए कैलाश पर्वत के पवित्र दर्शन
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया
उत्तराखंड में हुई ऑनलाइन होमस्टे बुकिंग पोर्टल की शुरुआत
उत्तराखंड के खूबसूरत होम स्टे, इस वेबसाइट पर मिलती है पूरी जानकारी
मसूरी स्थित सर जॉर्ज एवरेस्ट कॉर्टोग्राफी म्यूजियम का पर्यटन मंत्री महाराज ने किया लोकार्पण
Share This Article
Facebook Whatsapp Whatsapp Copy Link
Previous Article blackmaller arrested उत्तराखंड की पीड़िता की शिकायत पर ब्लेकमेलर अस्लील विडियो भेजने वाला गिरफ्तार
Next Article bhupal singh परिवार का इकलौता लाल देश पर कुर्बान परिवार मे मातम
Leave a Comment Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

218kFollowersLike
100FollowersFollow
200FollowersFollow
600SubscribersSubscribe
4.4kFollowersFollow

Latest News

भराड़ीसैंण, गैरसैंण की मिट्टी ने जीता विदेशी मेहमानों का दिल
Uttarakhand News
June 20, 2025
ग्रामीण विकास की नींव हैं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां: मंत्री रेखा आर्य
Uttarakhand News
June 20, 2025
सरकारी आंगनबाड़ी में बच्चे का दाखिला करने वाली आईएएस ऑफिसर बनी पौड़ी की नवनियुक्त जिलाधिकारी
Uttarakhand News
June 20, 2025
बद्री केदार स्टोन क्रेशर पर करीब 21 लाख का अर्थदण्ड लगाया
Uttarakhand News हरिद्वार
June 20, 2025

खबरें आपके आस पास की

Uttarakhand Newsउत्तराखंड पर्यटनरुद्रप्रयाग

चोपता वैली में तैयार होगा इको टूरिज्म जोन, इको टूरिज्म बोर्ड को वन विभाग ने भेजा प्रस्ताव

September 12, 2023
उत्तराखंड पर्यटन

पर्यटन विभाग में हो रहे अभूतपूर्व कार्य, मंत्री सतपाल महाराज ने रखी रिपोर्ट

August 19, 2023
Uttarakhand Newsउत्तराखंड पर्यटनउत्तराखंड संस्कृति

भगवती नंदा को समर्पित चमोली कुरुड़ का नन्दा देवी सिद्धपीठ मंदिर

August 19, 2023
Uttarakhand Newsउत्तराखंड पर्यटन

देव डोलियों के कुम्भ स्नान की सभी तैयारियाॅ व्यवस्थित रूप से की जायेंः महाराज

July 17, 2023
कश्मीर फाइल्स लोकेशन
उत्तराखंड पर्यटन

कश्मीर नहीं, उत्तराखंड में हुई ‘The Kashmir Files’ की ज्यादातर शूटिंग, स्थानीय कलाकारों ने निभाए कई रोल

July 17, 2023
अत्रि मुनि
Uttarakhand Newsउत्तराखंड पर्यटन

उत्तराखंड में यहां पड़ता है अत्रि मुनि का आश्रम, ऋग्वेद में मिलता है उल्लेख

July 16, 2023
Raibaar UttarakhandRaibaar Uttarakhand
Follow US
©2017 Raibaar Uttarakhand News Network. All Rights Reserved.
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Donate