जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा सैक्टर में पेट्रोलिंग के दौरान एक हादसे में शहीद हुये सुबेदार यमुना प्रसाद पनेरू का रविवार की सुबह चित्रशिला घाट रानीबाग मे सैन्य सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गई व सलामी दी गई। अंतिम संस्कार के दाैरान भारी तादाद में जवान काे अंतिम विदाई देने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। मृतक जवान की एक ढाई साल की बेटी साक्षी व सात साल का बेटा यश है। पनेरू कुशल पर्वतारोही थे। उन्होंने हाल ही में एवरेस्ट की चोटी फतह की थी।
जवान का पार्थिव शरीर शनिवार की दाेपहर सेना के हेलीकॉप्टर से बरेली लाया गया था । वहां से दूसरे हेलीकाॅप्टर से पार्थिव देह को दोपहर ढाई बजे आर्मी स्टेशन हल्द्वानी ले आया गया। जहां सैन्य अफसरों ने पुष्पचक्र अर्पित किए और जेसीओ व जवानों की टुकड़ी ने शस्त्र झुकाकर शोक सलामी दी।
पार्थिव शरीर को आर्मी स्टेशन के अस्पताल में सुरक्षित रखवाया गया। रविवार करीब साढे़ सात बजे पार्थिव शरीर शहीद के घर गोरापड़ाव लाया गया। शहीद का पार्थिव शरीर जैसे ही प्रातः उसके घर पहुचा तो शहीद की पत्नी, मां तथा बच्चे उसके पार्थिव शरीर से लिपटकर रोने लगे जिससे पूरा माहौल गमगीन हो गया ।
स्थानीय एवं गांव के लोगो ने शहीद सुबेदार यमुना प्रसाद के इस बलिदान को लेकर उन्हें नम आँखों से श्रद्वाजलि दी। इससे पूर्व आर्मी कैन्ट मे शहीद को पुष्पचक्र अर्पित कर सलामी दी। उसके बाद अंतिम यात्रा रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट के लिए निकाली।
अंत्येष्टि में काबीना मंत्री यशपाल आर्य, ,विधायक रामसिंह कैड़ा, डीएम सविन बंसल, एसएसपी सुनील कुमार मीणा भी मौजूद रहे, बता दें कि गोरापड़ाव निवासी 38 वर्षीय यमुना दत्त पनेरू छह कुमाऊं रेजीमेंट में सूबेदार थे और वर्तमान में जम्मू.कश्मीर में तैनात थे।