उत्तराखंड के रहने वाले अंगद बिष्ट मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में अपना मुकाम बनाने की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं। वे आज यानी 10 दिसंबर को हैदराबाद में होने वाली मैट्रिक्स फाइट नाइट-7 में पहली बार एमएमए (MMA) मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगे। अंगद रुद्रप्रयाग के मूल निवासी हैं और देहरादून में फिटनेस एकेडमी चलाते हैं।
आज अंगद बिष्ट को मैट्रिक्स फाइट नाइट-7 में मणुपिर के फाइटर चुंगरेन कोरेन से भिड़ना है। इस मुकाबले को लेकर अंगद ने बताया कि मणिपुर के कोरोने से उनका मुकाबला होना हैं कोरोने काफी फुर्तीले हैं। ऐसे में यह मुकाबला आसान नहीं होने वाला है। उन्होंने एमएमए को लेकर कहा कि लोगों को लगता है कि यह सिर्फ मारधाड़ का खेल है। लेकिन ऐसा नहीं है। यह भी दूसरे खेलों की तरह है और सिर्फ ताकत नहीं, बल्कि स्किल के दम पर खिलाड़ी जीतता है।
एक समाचार पत्र को इंटरव्यू देते हुए उन्होंने बताया कि वो बचपन में डॉक्टर बनने का ख्वाब देखते थे और यही चाहते थे कि बड़े होकर इसी क्षेत्र में लोगों की सेवा करें। लेकिन जब से वे फिटनेस को लेकर जागरूक हुए हैं तब से उन्होंने अपने आप को एक खिलाड़ी के तौर पर देखना शुरू कर दिया है। अंगद अब तक फ्री स्टाइल फाइट में 3 प्रतियोगिताओं को जीत चुके हैं। अंगद ने 2018 में सुपर फाइट लीग और 2019 में ब्रेव कॉम्बेट फेडरेशन फाइट जीती है।