रविवार देर रात को पिथौरागढ़ जिले में बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि 11 लोगों के लापता होने की खबर है जबकि कुल 06 लोग घायल हैं, गाय और बकरियां भी बह गए साथ ही कई घर छतिग्रस्त हो गये। घटनास्थल पर बचाव दल मौजूद है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने जिला मजिस्ट्रेट पिथौरागढ़ के हवाले से बताया है कि बादल फटने से बाता मदकोट गांव में तीन मकान ध्वस्त हो गए और गाय और बकरियां बह गई। स्थानीय ग्रामीणों ने मिलकर प्रभावित जगह पर बचाव अभियान चलाया हुआ है। यहाँ गणेश राम और विजय राम का घर छतिग्रस्त हुए हैं, परिवार को अन्य जगह शिफ्ट किया गया है। एसडीआरएफ, आपदा प्रबंधन टीम, एसडीएम और विधायक घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं।
3 people in the Madkot village lost their lives while 8 people from a neighbouring village are missing following a cloud burst. A rescue team is present at the spot: District Magistrate Pithoragarh V K Jogdande #Uttarakhand pic.twitter.com/bPQ1fAvjBl
— ANI (@ANI) July 20, 2020
बंगापानी तहसील के मल्ला गैला गांव में बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में शेर सिंह उनकी पत्नी गोविंदी देवी और पुत्री ममता शामिल हैं, पांच अन्य लोग घायल बताये जा रहे हैं। घायलों में डिगर सिंह, शीला देवी, मंकू, रुकमणी देवी, प्रियंका देवी हैं। साथ ही पडोसी टांगा गांव में भूस्खलन के दौरान पहाड़ी से निकले मलबे के साथ दो मकान बह गए। प्रशासन द्वारा 11 लोगों के गायब होने और एक व्यक्ति के घायल होने की सूचना दी गई है।
सिरतोला गाँव में भी बादल फटने से तीन घरों में मलवा घुस गया है, यहाँ पुष्कर सिंह, केदार सिंह और मोहन सिंह के घरों में मालवा घुस गया, यहां 25-30 परिवार खतरे की जद्द में आ गए हैं।
इससे पहले बीते शनिवार को भी पिथौरागढ़ जिले में बादल फटने से लोगों में अफरा-तफरी का माहौल मच गया था। इस हादसे में बंगापानी तहसील के छोरीबगड़ स्थित तहसील मुख्यालय में पांच मकान पानी के साथ बह गए थे, वहीं एक मकान अब भी नदी के किनारे लटका हुआ है। इस भीषण हादसे में कई जानवर भी बह गए थे। गोरी नदी का जलस्तर चेतावनी लेबल के उपर चल रहा है।