देवभूमि एक नाम था शान्ति का, एक नाम था शुद्ध हवा, शुद्ध पानी, हर जगह से खुशनुमा मौसम दिल को छू जाता था लेकिन प्रकृति से छेड़छाड़ हमें भारी पड़ गया आज के समय में जंगलों में हम आग लगा रहे हैं, जमीने खोद हम पहाड़ों पर नवनिर्मित सडकें बना रहे हैं, बाँध बनाने के लिए नदियों को रोक रहे हैं, अपने सुख सुविधाओं के लिए पेड़ों को काट रहे हैं। आखिर ये छेड़ छाड़ ही तो विनाश का कारण बन रही है।
2013 में आई आपदा इसका प्रतक्ष्य प्रमाण था देवभूमि की बेटी से बेहतर उसे कोन समझ सकता है पर्यावरण की अनेकों समस्याओं पर दुनिया के वैज्ञानिक उत्तराखंड की बेटी हरिद्वार निवासी रिद्धिमा पाण्डेय की सलाह सुनेंगे। ये वाकई कमाल की बात है देवभूमि की लड़की दुनिया में प्रदेश का नाम ऊँचा करने के लिए पेरिस जा रही है।
पेरिस में जलवायु परिवर्तन को लेकर एक कार्यशाला होने जा रही है, जिसमे रिद्धिमा को भी आमंत्रित किया गया है जहाँ वैज्ञानिक उनकी सलाह सुनेंगे। आप कह रहे होंगे कि बड़े बड़े वैज्ञानिक 9 साल की बेटी से भला क्या सलाह लेंगे? लेकिन रिद्धिमा के बारे में आप जानकार ये समझ जाओगे दरअसल रिद्धिमा ने कुछ समय पहले अनियंत्रित प्रकृति संसाधनों का दोहन, जलवायु परिवर्तन और सरकारों की लापरवाही को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में केस किया था।
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रिद्धिमा ने पर्यावरण पर अपनी चिंता कई टीवी चेनलों के माध्यम से भी रखी है। सिर्फ 9 साल की उम्र में पर्यावरण पर इतना चिंतन देख दुनिया के वैज्ञानिका हैरान हैं। रिद्धिमा से प्रभावित होने के बाद फ्रांस के संगठन ‘फ्रांस लिबर्टी’ ने तीन नवंबर को जलवायु परिवर्तन पर होने वाली कार्यशाला के लिए आमंत्रित किया है। रिद्धिमा मूलरूप से हल्दूचौड़ नैनीताल जिले की रहने वाली हैं रिद्धिमा के माता-पिता भी वन विभाग से जुड़े हैं। अब पेरिस में रिद्धिमा अपने विचार दुनिया भर से आये विशेषज्ञों के सामने रखेगी। ')}