किन्नरों द्वारा बधाई के नाम पर की जा रही मनमानी और मुंहमांगी धनराशि न दिए जाने पर ग्रामीणों के साथ की जाने वाली अभद्रता से परेशान मेहवड़ वासियों ने किन्नरों की बधाई की रकम तय कर दी है। दरअसल, किन्नरों की मनमानी से आहत होकर ही ग्रामीणों को यह खुली पंचायत बुलानी पड़ी। इस दौरान तय हुआ कि किसी भी शुभ कार्य के दौरान किन्नरों को न्यूनतम 1,100 और अधिकतम 3,100 रुपये की ही धनराशि दी जाएगी। इससे अधिक धनराशि किसी भी दशा में स्वीकार्य नहीं होगी। कोई किन्नर अधिक धनराशि की हठ करता है तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
इस बावत गांव में एक बोर्ड भी लगा दिया गया है। इसके अलावा पंचायत ने गोवंश की बिक्री-खरीद पर भी कड़े नियम-कायदे लागू कर दिए हैं। मेहवड़ खुर्द नागल गांव के लोग किन्नरों के व्यवहार से बेहद परेशान हैं। किसी भी शुभ कार्य में बधाई के नाम पर किन्नर मनमानी धनराशि की मांग करते हैं और यदि कोई असमर्थता जताता है तो उसके साथ अभद्रता से पेश आते हैं। यहां तक कि उसे अपमानित करने से भी नहीं चूकते।