ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के लिए अब तक 41 किमी टनल की खुदाई पूरी हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मौके पर रेल विकास निगम लिमिटेड को बधाई दी है उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना का कार्य युद्धस्तर पर गतिमान है। मैं RVNL की टीम द्वारा अभी तक कुल 41 कि.मी. टनलिंग का कार्य सफलता पूर्वक पूर्ण करने पर शुभकामनाएं देता हूं।
आप को बता दें, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलमार्ग परियोजना की लंबाई 125.20 किलोमीटर है, जिसका 84.24 फीसदी भाग (105.47 किलोमीटर) भूमिगत है। इस भूमिगत भाग में अब तक कुल 41 कि.मी. टनलिंग का कार्य पूरा किया जा चूका है यानी लगभग आधी के बराबर होने वाली है और लगातार इसकी गति को बढ़ाया भी जा रहा है। बता दें कि इस प्रोजेक्ट में 12 स्टेशन बनाये जाने निर्धारित हैं। शिवपुरी और ब्यासी स्टेशन का कुछ ही भाग सुरंग के अंदर और पुल के ऊपर रहेगा जबकि बाकी कुछ भाग खुला रहेगा।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलमार्ग परियोजना के तहत बनने वाले 12 रेलवे स्टेशनों में से 10 स्टेशन पुलों के ऊपर और सुरंग के अंदर होंगे। निर्धारित रेलवे स्टेशनों में देवप्रयाग (सौड़), जनासू, मलेथा, तिलणी, घोलतीर, गौचर और सिंवाई (कर्णप्रयाग) स्टेशन आंशिक रुप से भूमिगत होंगे, जबकि धारी देवी (डुंगरीपंथ) स्टेशन का कुछ हिस्सा पुल के ऊपर होगा। श्रीनगर (रानीहाट-नैथाणा) स्टेशन पूरी तरह से खुले स्थान में रहेगा।