रुद्रप्रयाग : यात्रा के शुरूआती दौर में भारी संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ पहुँच रहे हैं। ऐसे में कई यात्री राह में अपनों से भी बिछड़ रहे हैं। रुद्रप्रयाग पुलिस लगातार ऐसे लोगों को अपने से मिलाने का कार्य कर रही है। बुधवार को भीमबली में 9 वर्ष की एक बालिका अपनों से बिछड़ गई वह राम बड़ा पुल पर रो रही थी इस सूचना पर पुलिस चौकी भीमबली में तैनात आरक्षी अनुज कुमार द्वारा तुरन्त रामबाड़ा पुल पर पहुंचकर बालिका को पुलिस चौकी भीमबली पर लाया गया। बच्ची द्वारा अपना नाम वाणिका गुप्ता निवासी शेरपुर, उन्नाव, उत्तर प्रदेश बताया गया तथा अपने पिता का नाम चंदन गुप्ता बताया गया।
पुलिस द्वारा अपने संचार साधनों का प्रयोग व अनाउंसमेंट कराया गया, जिस पर कुछ देर बाद इस बालिका के पिता चौकी भीमबली पर आये।
इस अवसर पर पिता-पुत्री के मिलन एक अलग सा ही दृश्य सामने था क्योंकि बालिका अपने पिता पर चिपट गई थी मानों कह रही थी कि, मुझे क्यों छोड़ दिया था? बालिका के पिता द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस का आभार व्यक्त किया गया।
ऐसी ही एक अन्य घटना में एक कंडी वाला दो बच्चियों को लेकर भीमबली पुलिस चौकी पर आया तथा बताया कि इन बच्चों के माता-पिता जंगलचट्टी के पास से बिछड़ गए हैं, क्योंकि वे लोग घोड़े पर थे और आगे निकल चुके हैं। माता-पिता नहीं दिख पाने के कारण लगातार बच्चे रो रहे हैं तथा अब कंडी पर नहीं बैठ रहे हैं। जैसे-तैसे इन बच्चों को यहां तक ले आया हूं।
कंडी वाले की बात सुनकर चौकी भीमबली में तैनात पुलिस कार्मिक मुख्य आरक्षी प्रशिक्षु विनोद कुमार द्वारा उन बच्चों को प्यार से चौकी पर बैठाया। उनसे प्यार से बात की तथा बताया कि, अभी उनके मां-पिता को बुला रहे हैं। बच्चों से उनका नाम पता पूछा गया तो एक ने अपना नाम युक्ति (उम्र 8 वष) तो दूसरे ने यीशू (उम्र 5 वर्ष) गुजरात का होना बताया गया। बच्चों के यथासम्भव खाने-पीने का प्रबन्ध करने के उपरान्त सूचना पुलिस के वायरलेस सूचनातंत्र के माध्यम से फ्लैश करायी गयी। पुलिस के माध्यम से मन्दिर परिसर पहुंची तो इन बच्चों के माता-पिता दौड़े-दौड़े पुलिस के पास आये।
पता चला कि बच्चे कहीं न कहीं पर पुलिस के पास ही सुरक्षित हैं तो उनकी भी जान में जान आयी। केदारनाथ से संदेशा पहुंचाया गया कि, बच्चों के माता पिता से सम्पर्क हो गया है, वे अब वहीं की ओर वापस आ रहे हैं। देर शाम तक माता-पिता (श्रीमती पूजा एवं श्री गौरव निवासी गुजरात) के भीमबली तक पहुंचने पर उन्होंने पाया कि, उनके दोनो मासूम बच्चे वहां पर नियुक्त पुलिस कार्मिकों से घुल-मिल गये थे और आपस में खेल रहे थे। चौकी भीमबली पुलिस द्वारा माता-पिता को सख्त हिदायत दी कि, आपको इस तरीके से अपने बच्चों के आस-पास ही चलना चाहिये था या फिर अपने ही साथ लेकर जाना चाहिए था। उनके द्वारा बच्चों के सकुशल मिलने पर पुलिस का आभार प्रकट किया गया तथा अपने बच्चों को लेकर अपने गन्तव्य के लिए निकल पड़े।
बता दें कि यात्रा का भारी दबाव होने के वाबजूद भी जनपद पुलिस पूरी मुस्तैदी से अपना काम कर रही है मार्ग और धाम में अनावश्यक दबाव न बने, इसके लिए लगातार रुद्रप्रयाग पुलिस स्थिति को संभाले हुए है। रुद्रप्रयाग पुलिस ने बताया कि बुधवार को सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक 26470 यात्री सोनप्रयाग से केदारनाथ रवाना हुए। पिछले छह दिनों में यह दूसरा मौका है, जब इतनी अधिक संख्या में यात्री भेजे गए हैं। यात्रियों की सुरक्षा और यात्रा व्यवस्था के लिए आईटीबीपी की एक प्लाटून को तैनात कर दिया गया है। यह प्लाटून मंदिर परिसर और मंदिर मार्ग पर दर्शनों के लिए खड़े यात्रियों की मदद करेगी। पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि एक प्लाटून में 30 आईटीबीपी के जवान हैं। वहीं, सोनप्रयाग और गुप्तकाशी में भी एक-एक प्लाटून को रखा गया है। इसके अलावा पुलिस, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, यात्रा मैनेजमेंट फोर्स के जवान पहले से तैनात हैं।