छोटी सी उम्र में देश के लिए कुर्बान भारत माता के लाल पवन सुगडा का शव जब सुबह घर से उठा तो मंजर ऐसा था कि कोई आंसू ना रोक सका। सेना के कुमाओं रेजिमेंट ने विधाई की देशभक्ति धुन पर उनके पार्थिव शरीर को उनके पैत्रिक घाट सलाण घाट पर लाया गया। जहां सैन्य सम्मान के साथ उनकी अर्थी को अग्नि दी गयी।
गुरूवार को देर साम मौसम साफ़ होने के बाद शव पिथोरागढ़ लाया था, जहां शव को सामुहिक स्वास्थ्य केंद्र में रखा गया। सुबह 9 बजे शव को उनके निवास स्थान पर लाया गया जहां परिजनों और ग्रामीणों ने शहीद पवन के अंतिम दर्शन किये। शहीद की मां देवकी देवी बेसुध हैं। मां और बहनों ने तीन दिन से अन्न का दाना ग्रहण नहीं किया है। 10 बजे उनके पार्थिव शरीर को सलाण घाट पर सैन्य सम्मान के साथ लाया गया। हजारों की संख्या में लोग पवन के जानाजे में सामिल हुए लोगों ने पवन सुगडा अमर रहे और पाकितान मुर्दाबाद के नारे लगाये।
गौरतलब है कि मंगलवार को भारतीय सेना की 20 कुमाऊं रेजीमेंट की अग्रिम चौकी हेलमेट पर तैनात सिपाही पवन सगुडा को उस समय अचानक पाक सेना की गोली ने निशाना बना लिया, जब वह ड्यूटी पर तैनात थे। जम्मू कश्मीर के बलनोई क्षेत्र में पाकिस्तान आर्मी की ओर से दागे स्नाइपर शॉट का निशाना पवन बन गए और वो जमींन पर गिर गए जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था। पूरा उत्तराखंड और पूरा देश पवन की इस सहादत को हमेशा याद रखेगा जय हिन्द।
यह भी पढ़ें-पिथौरागढ़ पहुंचा शहीद पवन का शव, उमड़ा जन सैलाब, जय हिन्द वीर सिपाही ')}