विकासखण्ड जखोली के धारकुडी बांगर के पूर्व प्रधान कमल सिंह पंवार ने गांव के समीप लस्तर गाड़ के किनारे मछली पालन का व्यवसाय शुरू किया है, कमल सिंह आज मत्स्य पालन से शानदार कमाई कर रहे हैं, इसके साथ ही उन्होंने शानदार मोडल के रूप में इस कार्य से यह भी दर्शाया है कि अगर चाहत हो तो किसी भी कार्य को किया जा सकता है। उनके इस सराहनीय पहल से क्षेत्रवासियों में प्रेरणा जागेगी।
दरअसल, कमल सिंह पंवार के दृढ़ इरादों एवं अथक प्रयासों से ही दूरस्त क्षेत्र में ट्राउट मछली पालन का कार्य शुरू हो पाया, क्योंकि भौगेलिक परिस्थितियों का सामना करना इतना आसान भी नहीं होता, इसमें उनकी खुद की निजी स्त्रोतों को लगाकार शानदार कार्य को अंजाम दिया, इसके अलावा सरकारी विभागों द्वारा भी स्वरोजगार में उनकी मदद की गई है। उन्होंने बताया कि समय समय पर मत्स्य पालन विभाग रुद्रप्रयाग सहयोग कर रहा है।
बता दें कि धारकुडी में ही मछली पालन से स्वरोजगार हेतु प्रदेश सरकार की एक बहुत बड़ी परियोजना मत्स्य हैचरी का निर्माण 4 करोड़ रूपये की लागत से किया जा रहा हैं जिसमें अभी कुछ दिन पूर्व ही 6 लाख ट्राउट मछली के अण्डे डेनमार्क से लाकर विभाग द्वारा यह कार्य शुभारंभ किया गया है। जिसमें आगे भविष्य में मछली पालन करने वाले लोगों बहुत कम दाम पर ट्राउट मछली के बच्चे दिये जा सकेंगे। यानी की आसपास के क्षेत्र में कमल सिंह पंवार जैसे मत्स्य पालन करने वाले लोगों के लिए राह ओर भी आसान हो जाएगी।
बता दें प्रदेश सरकार द्वारा संचालित वर्तमान में ट्राउट मछली की दो हैचरी हैं एक बैरागना चमोली व एक यहां अभी निर्माणाधीन हैं। क्षेत्र में मछली पालन के सम्बन्ध में लगातार कार्य किया जा रहा है और इस कार्य को जल्दी पूरा करने के लिए मत्स्य पालन विभाग उत्साहित है।