देहरादून 6 सितंबर: अल्मोड़ा सुन्दर घाटियों में स्थित एक सुंदर जगह है यहाँ के मानसूनी जलवायु और आलीशान पहाड़ों का नजारा कई लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। ये पहाड़ रंग-बिरंगी फूलों और सुंदर दृश्यों से भरे हुए होते हैं।
यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और ढेर सारे खेती-बाड़ी के अवसर ने किसानों के अन्दर नई उम्मीदे जगाई है। पहले यहाँ की मुख्यता तंदूरुस्ती फसलें, जैसे- गेहूँ, दलहन और चावल थे, मगर अब इसकी सामग्री में बदलाव ला दिया गया है।
जब से पोल्ट्री वैली की स्थापना इस जिले में हुई है, तब से किसानों की तरक्की का मार्ग खुल चुका है। पोल्ट्री वैली पूरे जिले के किसानों को संवार सकती है। अब किसानों के पास इससे जुड़े अच्छे अवसर हैं।
आज बुधवार को जनपद अल्मोड़ा ने राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस परियोजना के तहत जनपद में पोल्ट्री वैली की दो मदर यूनिटों का शुभारंभ किया गया है। इन मदर यूनिटों का निर्माण कालिका एम. पैक्स और लमग़ड़ा एम. पैक्स ने किया है।
इन मदर यूनिटों में क्रमशः 2500 और 1500 एक दिन के चूजे पशुपालन विभाग की ‘हवलबाग अल्मोड़ा’ से प्राप्त किए गए हैं। ये मदर यूनिट अपने सदस्यों को सहायक एम. पैक्स के माध्यम से 21 दिनों तक पालकर उन्हें प्रदान करेंगे।
इस कार्य के शुभारंभ के लिए, जिला सहायक निबंधक श्री हरीश चंद्र खंडूड़ी, सीवीओ अल्मोड़ा डॉक्टर उदयशंकर, डिप्टी सीवीओ डॉक्टर डीके शर्मा, जनपद में कार्यरत पोल्ट्री वेली नोडल अधिकारी श्री चंद्रप्रकाश एडीसीओ , श्री रोहित चंद दुमका एडीसीओ और प्रभारी एडीओ विकासखंड भैंसियाछाना श्री मनोज डंगवाल प्रभारी एडीओ, और लंमग़ड़ा विकासखंड प्रभारी एडीओ श्रीमती उमा सनवाल, धौला देवी के एडीओ श्री विनीत सागर ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इनका सराहनीय कार्य इस परियोजना की सफलता के लिए निर्वाहित हो रहा है।
यह परियोजना जनपद के क्षेत्रीय बढ़ते पोल्ट्री पालन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इससे न केवल पशुपालन, पोल्ट्री के क्षेत्र में रोजगार की अवसरों में बढ़ोतरी होगी, बल्कि यह एक स्वतंत्र आय स्रोत भी बनेगी। जनपदीय नोडल अधिकारी और प्रभारी अधिकारियों का यह प्रयास जनता के लिए बहुत ही प्रशंसनीय है।
यूकेसीडीपी के नोडल अधिकारी,अपर निबंधक श्री आनंद शुक्ल ने बताया कि,
इस परियोजना के अंतर्गत पोल्ट्री वैली के विकास एक महत्वपूर्ण कदम है।यह मदर यूनिटें जनपद के पोल्ट्री पालकों को बेहतर उत्पादकता और आय स्रोत के नए द्वार खोलेंगी।साथ ही इसके माध्यम से पोल्ट्री उत्पादन क्षेत्र में भी सुधार होगा और अल्मोड़ा जिले के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा
राज्य समेकित विकास परियोजना जनपद में सभी क्षेत्रों की विकास की दिशा में एक प्रगति है। सहकारिता विभाग के इस प्रयास से अल्मोड़ा का नाम राज्य में उच्च स्थान प्राप्त करेगा। इससे पशुपालन, पोल्ट्री, श्रमिकों और किसानों की आय को भी बढ़ाने में मदद मिलेगी। अल्मोड़ा जिले में सीहोरा एवं ब्रायलर मुर्गीयाँ की खेती में तुलना में बढ़ोतरी हुई है और साथ ही कहीं ना कहीं, रोजगार की समस्या भी हल होती जा रही है।