शेयर बाजार में आज जोरदार तेजी देखने को मिली है। सेंसेक्स में आज करीब एक हजार अंकों का उछाल देखने को मिला। आज कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन आईटी कंपनियों के शेयरों में तेज उछाल से घरेलू शेयर बाजारों के मानक सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी कारोबार के दौरान अपने नए ऑल टाइम हाई पर पहुंच गए।
कारोबार के कुछ अंतिम पलों में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 999.78 अंक उछलकर 72,720.96 के नए रिकॉर्ड पर पहुंच गया दिन के कारोबारी सत्र समाप्त होने पर सेंसेक्स 847 अंकों की बढ़त के साथ 72568 के लेवल पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 281.05 अंक चढ़कर 21,928.25 के अपने नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। दिन के आखिर में कुल 247 अंकों की बढ़त के साथ 21894 के लेवल पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में से इंफोसिस के शेयर ने करीब 8 प्रतिशत की छलांग लगाई है। इसी तरह टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के सकारात्मक नतीजों से इसके शेयर भी लगभग 4 फीसदी तक उछल गए। इसके अलावा टेक महिंद्रा, विप्रो और एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शेयर भी उछाल दर्ज करने में सफल रहे हैं।
कैलेंडर वर्ष की शुरुआत के बाद से, बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है, अक्टूबर के निचले स्तर से तेज उछाल को देखते हुए बाजार के कुछ कारोबारियों ने वैल्यूएशन को लेकर चिंताओं पर संदेह जताया है। इसके अलावा, बढ़ती भूराजनीतिक चिंताओं और भारत में जल्द ही होने वाले लोकसभा चुनावों को देखते हुए निवेशक काफी सतर्क हैं।
आम तौर पर माना जा रहा था कि दिसंबर तिमाही (FY24Q3) के लिए IT सेक्टर की इनकम कमजोर रहेगी। इस बीच, दो बड़ी दिग्गज कंपनियों, इंफोसिस (Infosys) और टीसीएस (TCS) की परफॉर्मेंस कमजोर देखने को मिली। यहां तक कि इंफोसिस ने लगातार तीसरी तिमाही के लिए अपने ग्रोथ गाइडेंस को भी कम कर दिया है। इसी की वजह से आज सुबह, इंफोसिस 4 फीसदी की गिरावट के साथ 1,556 रुपये पर खुला, हालांकि बाद में आईटी के स्टॉक में भारी उछाल के चलते इसमें बढ़त दर्ज की गई। यह स्टॉक इंट्रा-डे ट्रेड में 1,613 रुपये (8 फीसदी ऊपर) के उच्चतम स्तर को छू चुका है और अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 1,620 रुपये के काफी करीब है। NSE पर 3:10 बजे इसके शेयर 7.72 फीसदी की उछाल के साथ 1,609.50 पर ट्रेड करते देखे गए।
भारतीय बाजार में आईटी में मजबूती के अलावा तेजी का एक और बड़ा कारण यह रहा है कि हाल के कारोबारी सत्रों में रुपया 83 अंक के आसपास स्थिर रहा है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में दिखाया गया लचीलापन भारत में FII फ्लो को आकर्षित करने में मदद करेगा। इसके अलावा नए साल के पहले सप्ताह में 7,300 करोड़ रुपये के शेयर बेचने के बाद, घरेलू संस्थागत निवेशक (Domestic Institutional Investors- DIIs) इस सप्ताह नेट बॉयर बन गए, और इस सप्ताह चार कारोबारी सत्रों में अब तक 3,950 करोड़ रुपये के नेट शेयर खरीदे हैं, इससे मार्किट में खरीदी का जोश हाई हो गया।